उदयपुर में पनपे हालात को लेकर अन्य राज्यों पर भी असर दिखाई पड़ने लगा है. यहां एक दर्जी की गला काटकर निर्मम हत्या ने पूरे देश में हालात बिगाड़ दिए हैं. गौतलब है कि मृतक का नाम कन्हैयालाल साहू (kanhaiyalal murder case) था, जिसने नूपुर शर्मा के सपोर्ट में एक पोस्ट किया था. इसे लेकर उसे बीते कई दिनों धमकियां भी मिल रही थीं. इसकी शिकायत उसने पुलिस में भी की. मगर पुलिस ने मामले को हलके में लिया. बीते मंगलवार को दो लोग उसकी दुकान पर पहुंचे और अपनी नाप देने लगे. इसके कुछ देर बाद ही दोनों ने उस पर हमला कर दिया और गला रेतकर उसकी हत्या कर दी. अब इसके साइटइफेक्ट दिखाई पड़ने लगे हैं. उदयपुर में तनाव को देखते हुए पड़ोसी राज्य गुजरात ने रोडवेज बसों को राज्यस्थान-गुजरात सीमा (Rajasthan-Gujarat Border)पर ही रोक दिया है. इससे इन बसों में आने-जाने वाले यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. गुजरात की सरकारी बसों के अलावा अन्य निजी बसें पहले की तरह राजस्थान आ-जा रही हैं.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार गुजरात रोडवेज प्रबंधन ने डूंगरपुर जिले के रतनपुर बोर्डर से राजस्थान में आने वाली अपनी रोडवेज की बसों को अपने राज्य के आखिरी बस स्टैंड शामलाजी में छोड़ दिया है. गुजरात के अहमदाबाद और अन्य जिलों से उदयपुर तथा नाथद्वारा आने वाली बसों को राजस्थान की सीमा रतनपुर से पहले गुजरात के आखिरी बस स्टैंड शामलाजी पर रोकने का प्रयास किया जा रहा है. गुरुवार को सुबह शामलाजी बस स्टैंड पर गुजरात रोडवेज की करीब एक दर्जन बसों को आगे नहीं बढ़ने दिया गया.
गुजरात रोडवेज की अप्रिय वारदात को रोकने की पहल
गुजरात रोडवेज का मानना है कि यहां के हालात को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है. कोई अप्रिय घटना से बचने के लिए गुजरात रोडवेज ने यह कदम उठाएं हैं. गुजरात रोडवेज प्रबंध का कहना है कि राजस्थान में जितनी भी गुजरात रोडवेज की बसे चल रही हैं, उन्हें वापस बुलाने का निर्णय लिया गया है.
Source : News Nation Bureau