गुजरात में अचानक से मेडिकल कॉलेजों की फीस में बढ़ोतरी कर दी गई है. जिसके बाद से मेडिकल अभ्यर्थियों और अभिभावकों में इसे लेकर नाराजगी देखी जा रही है. मेडिकल फीस में की गई बढ़ोतरी को इसी शैक्षणिक सत्र से लागू किया जाएगा. बता दें कि गुजरात मेडिकल एजेकुशन एंड रिचर्स सोसाइटी (GMERS) के तहत प्रदेश के कुल 13 मेडिलक कॉलेज की फीस 80 फीसदी तक बढ़ा दी गई है. प्रदेश सरकार ने मेडिकल की सरकारी कोटा की सीट की फीस 3.30 लाख रुपये से बढ़ाकर 5.50 लाख रुपये कर दी है. वहीं, मैनेजमेंट कोटा की सीट की फीस को 9.75 लाख रुपये से बढ़ाकर 17 लाख रुपये कर दिया गया है. इनके अलावे एनआरआई कोटा की फीस को 22,000 डॉलर से बढ़ाकर 25,000 डॉलर करने का ऐलान कर दिया गया है.
इन 13 कॉलेजों की फीस में की गई बढ़ोतरी
आपको बता दें कि GMERS के तहत प्रदेश की राजधानी गांधीनगर समेत अहमदाबाद, जूनागढ़, वड़ोदरा, पाटन, वलसाड, हिम्मतनजर, गोधरा, नवसारी और वलसाड के कॉलेज शामिल हैं. इन सभी कॉलेजों को मिलाकर सरकारी कोटा में 1500, मैनेजमेंट कोटा में 210, ऑल इंडिया कोटा में 75 और एनआरआई कोटा में 345 सीटें हैं.
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कांग्रेस ने फीस बढ़ोतरी को ठहराया गलत
सरकार ने पिछले साल भी मेडिकल फीस में बढ़ोतरी की थी, लेकिन भारी विरोध के बाद सरकार ने अपने फैसले को वापस ले लिया था. वहीं, इस साल एडमिशन से पहले ही मेडिकल फीस में बढ़ोतरी कर दी गई है. फीस बढ़ोतरी को लेकर कांग्रेस ने राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए इसे तुरंत वापस लेने की मांग की है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि सरकार 5 से 10 फीसदी भी फीस में बढ़ोतरी कर सकती थी. 67-88 फीसदी तक फीस में बढ़ोतरी उचित नहीं है. साथ ही कांग्रेस ने छात्रों द्वारा राज्य सरकार के खिलाफ फीस बढ़ोतरी को लेकर किए जा रहे आंदोलन को अपना समर्थन दिया है.
HIGHLIGHTS
- मेडिकल कॉलेजों में 80 फीसदी तक बढ़ोतरी
- कांग्रेस ने फीस बढ़ोतरी को बताया गलत
- पिछले साल भी की गई थी मेडिकल फीस में बढ़ोतरी
Source : News Nation Bureau