देश में कोरोना वायरस के संक्रमण से सभी परेशान है. वहीं, अब इस संक्रमण की वैक्सीन आ गई है, जिससे लोगों ने राहत की सांस ली, लेकिन कोरोना महामारी के बाद लगे लॉकडाउन के चलते लाखों लोग आर्थिक परेशानियों का सामना करने पर मजबूर हो गए हैं. इसके चलते कई लोगों के आत्महत्या के भी मामले सामने आए. एक ऐसा ही मामला सूरत में भी सामने आया है, जहां आर्थिक तंगी से परेशान होकर मां-बेटे ने एक ही पंखे से लटककर आत्महत्या कर लिया.
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घटना गुजरात के सूरत शहर के पीपलोद इलाके की है. यहां के रहने वाले महर्ष पारेख (37 साल) और उनकी मां भारतीबेन पारेख (56 साल) का शव मंगलवार दोपहर को कमरे में एक ही पंखे से लटकता मिला. वारदात का पता तब चला जब दरवाजा न खोलने पर अनहोनी की आशंका से फेनिल ने पड़ोसियों की मदद से घर का दरवाजा तोड़ा. अंदर जाकर देखा तो महर्ष और भारतीबेन के शव एक ही पंखे से लटक रहे थे.
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दरअसल, फेनिल ने पुलिस को बताया कि महर्ष प्रॉपर्टी डीलर था, लेकिन लॉकडाउन में काम पूरी तरह से चौपट हो गया. जिसकी वजह से उसकी अर्थिक हालत बहुत खराब हो गई थी. घर के साथ अन्य कोई लोन के चलते बैंक से लगातार फोन पर धमकियां मिल रही थीं. फेनिल ने बताया कि यह सभी बातें महर्ष ने मुझसे शेयर की थीं. फेनिल ने पुलिस को बताया कि वह पिछले दो दिनों से कह रहा था कि मन करता है कि आत्महत्या कर लूं, लेकिन मुझे इसका अंदाजा नहीं था कि वह सुसाइड कर लेगा.
Source : News Nation Bureau