गुजरात के वडोदरा के एक पॉश इलाके में एक हिंदू व्यक्ति को एक मुस्लिम व्यक्ति को अपना फ्लैट बेचने के फैसले को रद्द करना पड़ा क्योंकि उसके आवास परिसर में रह रहे अन्य लोगों ने इसपर आपत्ति जताई थी. जिले के वासना रोड इलाके में समर्पण सोसाइटी के निवासी महेश पलानी ने कहा कि उन्होंने अपने फ्लैट को एक मुस्लिम व्यक्ति को बेचने के विचार को छोड़ दिया है और साथ ही अपने पुलिस सत्यापन आवेदन को भी वापस लेने का फैसला किया है.
रविवार को समर्पण सोसाइटी के सदस्यों की एक बैठक में उनमें से कई ने दावा किया कि एक मुस्लिम को फ्लैट बेचने से इलाके में अचल संपत्ति की कीमतों में गिरावट होगी. पलानी ने कहा, ‘‘मैंने बिक्री की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने को लेकर सत्यापन के लिए थाने में एक आवेदन दिया था, लेकिन इसे वापस ले लूंगा.’’ संयोग से, जिस इलाके में आवासीय परिसर स्थित है, वहां पर एक कानून लागू है कि ऐसी बिक्री के लिए हाउसिंग सोसाइटी के अध्यक्ष से अनापत्ति प्रमाण-पत्र (एनओसी) और जिला कलेक्टर की अनुमति आवश्यक होती है.
इस बीच, जेपी थाना के उप-निरीक्षक एस एस जसानी ने कहा कि इस मुद्दे को सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझा लिया गया है. उन्होंने कहा, ‘‘विक्रेता और खरीदार ने आपस में समझौता कर लिया है और उन्होंने पुलिस को अपने बयान दिए हैं. इन बयानों के आधार पर, हम जिला प्रशासन को अपनी राय देंगे.’’
Source : Bhasha