गुजरात में पटेल आरक्षण की मांग को लेकर 4 साल पहले चर्चा में आए और पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (PAAS) के नेता हार्दिक पटेल मंगलवार को राहुल गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हो गए. अहमदाबाद में कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक के बाद गांधीनगर में 'जय जवान, जय किसान सभा के दौरान हार्दिक पटेल कांग्रेस में शामिल हुए. हालांकि हार्दिक के लोकसभा चुनाव लड़ने की अभी पुष्टि नहीं हुई है, क्योंकि इसमें कानूनी अड़चने हैं. पार्टी में शामिल होने के बाद हार्दिक ने कहा कि राहुल गांधी पर पूरा भरोसा है.
सूत्रों के मुताबिक अगर लोकसभा चुनाव में उन्हें मौका मिलता है तो वे गुजरात की जामनगर सीट से हाथ आजमा सकते हैं. फिलहाल जामनगर से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता पूनमबेन मादम सांसद हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने राज्य में बीजेपी को कड़ी टक्कर दी थी.
2017 के विधानसभा चुनाव में हार्दिक पटेल ने कांग्रेस के समर्थन में पूरे राज्य में चुनाव प्रचार किया था. उसी वक्त कयास लगाए जा रहे थे कि वे पार्टी का दामन थाम सकते हैं लेकिन हार्दिक ने तब सभी संभावनाओं को खारिज कर दिया था.
हार्दिक पटेल ने रविवार को ट्वीट कर कहा था, 'समाज और देश की सेवा करने के अपने मकसद को साकार करने के लिए, मैंने 12 मार्च को राहुल गांधी और अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल होने का फैसला किया है.'
उन्होंने एक और ट्वीट में कहा था, 'मैं यह भी कहना चाहता हूं अगर कोई कानूनी बाधा नहीं आती है और पार्टी मुझे चुनावी राजनीति में उतारने का निर्णय लेती है तो मैं पार्टी के निर्णय के साथ रहूंगा. मैं यह कदम भारत के 125 करोड़ नागरिकों की सेवा के लिए ले रहा हूं.'
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गौरतलब है कि पिछले साल जुलाई में गुजरात की एक अदालत ने पाटीदार आंदोलन के मुखिया हार्दिक पटेल और उनके दो सहयोगियों को 2015 में मेहसाणा जिले में बीजेपी के एक विधायक के कार्यालय में तोड़फोड़ करने के आरोप में 2 साल कैद की सजा सुनाई थी.
हालांकि बाद में गुजरात हाई कोर्ट ने इस मामले में उन्हें दी गई जेल की सजा पर रोक लगा दी थी लेकिन आरोप को खत्म नहीं किया गया था.
2015 में सरकारी नौकरियों और शिक्षण संस्थानों में पाटीदार युवाओं के लिए आरक्षण की मांग के लिए एक रैली निकाली गई थी, इस दौरान लगभग 500 लोगों की भीड़ विसनगर में हिंसक हो गई थी, जिसके बाद कार्यालय में तोड़फोड़ हुई थी.
Source : News Nation Bureau