गुजरात के महीसागर जिले से एक बेहद शर्मनाक मामला सामने आया है. यहां एक महिला ने राष्ट्रपति से इच्छामृत्यु की गुहार लगाई है. पूरा मामला जिले के संतरामपुर कस्बे का है. यहां की निवासी एक मुस्लिम महिला ने न्याय न मिलने पर राष्ट्रपति से इच्छामृत्यु की अनुमति मांगी है.
जानकारी के अनुसार इस महिला की शादी नौ साल पहले संतरामपुर निवासी जावेद मुस्ताक कोठारी से हुई थी. शादी के बाद से ही यह महिला अपने पति और उसके परिवार के साथ रह रही थी, लेकिन बच्चे न होने के कारण उसे मानसिक और शारीरिक रूप से ससुरालियों ने प्रताड़ना देना शुरू कर दिया था.
बीते 9 साल से झेल रही अत्याचार
महिला ने बताया कि उसके पास सहारे के लिए कोई भी नहीं है और पिता की आर्थिक स्थिति भी कुछ खास नहीं है, इसलिए वह पिछले नौ साल से पति और ससुराल के अत्याचार झेलती आ रही थी. इस सबके बावजूद, एक दिन उसके पति ने उसे WhatsApp पर संदेश भेजकर तीन तलाक दे दिया. न्याय की उम्मीद में महिला ने लूनावाड़ा महिला पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवाई, लेकिन पुलिस ने आरोपी जावेद मुस्ताक को तुरंत जमानत दे डाली.
पति ने ऑनलाइन दिया तीन तलाक
पीड़िता का आरोप है कि यह मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) अधिनियम 2019 का उल्लंघन है, जिसमें ऐसी स्थिति में प्रवाधान है कि तुरंत जमानत नहीं दी जाती. न्याय न मिलने पर महिला ने राष्ट्रपति, गृह विभाग, राज्य के मुख्यमंत्री और जिला पुलिस अधीक्षक को लिखित आवेदन देकर इच्छामृत्यु की अनुमति मांगी है. मामले पर जब महीसागर जिला नायब पुलिस अधीक्षक कमलेश वसावा से बात की गई, तो उन्होंने माना कि पुलिस से चूक हुई है और अब पूरे केस को बारीकी से जांचा जा रहा है.