गुजरात में होने वाले विधानसभा चुनाव से ठीक 15 महीने पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने शनिवार को एक चौंकाने वाला कदम उठाते हुए विजय रुपाणी को सीएम पद से हटा दिया. माना जा रहा है कि गुजरात में सत्ता विरोधी लहर को देखते हुए भाजपा ने यह कदम उठाया है. विजय रुपाणी चौथे सीएम हैं, जिसे बीजेपी ने इस साल उनके पद से हटाया है. इससे पहले उत्तराखंड में 2 सीएम बदले गए, जबकि कर्नाटक में बीएस येदियुरप्पा को हटाकर बसवराज बोम्मई को सीएम बनाया गया है. हालांकि, अब सवाल यह उठ रहा है कि आखिर गुजरात में विजय रुपाणी के अचानक इस्तीफा देने के पीछे की क्या स्टोरी है?
गुजरात में विजय रुपाणी ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा क्यों दे दिया? आइये हम आपको बताते हैं कि इसके पीछे का राज... इसी साल जनवरी माह में राष्ट्रीय स्वयं संघ (RSS) की बैठक हुई थी. इसी बैठक में विजय रुपाणी को सीएम पद से हटाने की पटकथा तैयार हो गई थी. अर्थात् रुपाणी की विदाई तय हो गई थी. इसके बाद अगस्त माह के आखिर में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के गुप्त दौरे में विजय रुपाणी को सीएम पद से हटाने की तारीख पर मुहर लगी थी.
इस्तीफा देने के बाद विजय रूपाणी ने कही ये बड़ी बात
मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद विजय रुपाणी ने मीडिया से कहा कि गुजरात के विकास यात्रा में मुझे जो योगदान का अवसर मिला उसके लिए पीएम मोदी का आभारी हूं. गुजरात के विकास की यह यात्रा नए उत्साह और नए नेतृत्व के साथ आगे बढ़ना चाहिए. बीजेपी की यह परंपरा रही है कि समय के साथ कार्यकर्ताओं के दायित्व बदलते रहते हैं. जो पार्टी की ओर से दायित्व दिया जाता है कार्यकर्ता उसका पालन करता है. अब मैंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है और पार्टी संगठन में काम करने की इच्छा जाहिर की है. जो भी मुझे दायित्व दिया जाएगा वह करूंगा.
विजय रुपाणी ने इस्तीफा देने के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में जो दायित्व का निर्वहन करने के बाद अब मैंने मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र देकर पार्टी के संगठन में नई ऊर्जा के साथ काम करने की इच्छा भी जताई है. मुझे पार्टी द्वारा जो भी ज़िम्मेवारी मिलेगी, उसका मैं संपूर्ण दायित्व और नए ऊर्जा के साथ प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष जी के मार्गदर्शन में मैं अवश्य काम करता रहूंगा.
Source : News Nation Bureau