उत्तर प्रदेश के हापुड़ में कांवड़ियों के स्वागत-सत्कार में भगवान भोले के जयकारे लगाना अब्दुल्ला को महंगा पड़ गया. दरअसल, यहां एक मुस्लिम युवक को उसी के धर्म के असामाजिक लोगों ने घर छोड़ने पर मजबूर कर दिया है. आरोपियों ने अब्दुल्ला के घर पर पथराव किये और जिंदा जलाने की धमकियां दे डाली. इसके अलावा उनके चेहर पर क्रॉस का निशान बनाते हुए उनके मौहल्ले में पोस्टर तक चिपका डाले, जिसके बाद से अब्दुल्ला सहित उनके परिवार में डर का माहौल है. हालांकि, उन्होंने नजदीकी थाने में सभी आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करवा दिया है. पुलिस ने कहा है कि जल्द ही ऐसे कट्टरपंथियों को पकड़ा जाएगा और उनपर उचित कार्रवाई की जाएगी.
क्या है पूरा मामला
बता दें कि कारी अब्दुल्ला जनपद हापुड़ के सिंभावली थाना क्षेत्रान्तर्गत गांव वैठ का निवासी है. उसने 30 जुलाई को स्याना नहर चौकी पर कांवड़ियों के लिए राहत शिविर लगाया था. इसमें बुलंदशहर के जिलाधिकारी और एसएसपी भी उपस्थित थे. इस दौरान शिवभक्त जब उसके शिविर के सामने से गुजरे तो अब्दुल्ला ने खुशी से उनका स्वागत किया और भगवान भोले के जयकारे लगाए. लेकिन इसका जब वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो उसे हिंदू धर्म विरोधियों ने टारगेट पर ले लिया. अबदुल्ला को परिवार सहित जिंदा जलाने की धमकी दी गई, घर पर पथराव किए गए.उसके पूरे मौहल्ले में फोटो पर क्रॉस लगे पोस्टर चिपकाए हैं.
गांव छोड़ने का बनाया जा रहा दबाव
इस घटना के बाद से डरे-सहमे अब्दुल्ला ने सिंभावली थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई है. उसने पुलिस को बताया कि गांव के ही मरगूब उर्फ आफरीदी, अलीशान, अज्जू, वसीम, शाकिर सहित 15-20 लोग उसे धमका रहे हैं. उन्हें अपने ही गांव से पलायन करने को मजबूर किया जा रहा है. हालांकि, पुलिस तत्काल भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 191 (2), 131, 352, 351 (2), 351 (3) में केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है.