Haryana Election: हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी में गठबंधन की बात नहीं बनी और दोनों पार्टियों ने सभी सीटों पर उम्मीदवार उतार दिए. आप ने राज्य की सभी 90 सीटों पर तो कांग्रेस ने 89 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं. वहीं राज्य की एक मात्र भिवानी सीट के लिए माकपा के साथ गठबंधन में इस सीट को छोड़ दिया है. इस विधानसभा चुनाव में कांग्रेस नए उम्मीदवारों के भरोसे चुनावी मैदान में उतरी है. इसीलिए कांग्रेस ने पुराने से ज्यादा नए उम्मीदवारों को टिकट दिया है. पार्टी ने करीब तीन दर्जन सीटों पर नए उम्मीदवार उतारे हैं.
कांग्रेस की नहीं बनी गठबंधन की बात
हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन कर चुनावी मैदान में उतरना चाहती थी, लेकिन कांग्रेस और आप के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर बात नहीं बनी और ये गठबंधन होते होते रह गया. उसके बाद आप ने सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार दिए. यही नहीं कांग्रेस ने इंडिया गठबंधन की एकजुटता का संदेश देने के लिए सपा के साथ भी गठबंधन की कोशिश की, लेकिन वहां भी बात नहीं बनी. ऐसे में कांग्रेस ने सीपीएम के साथ गठबंधन कर 89 सीटों पर अपने उम्मीदवारों को उतार दिया.
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करीब तीन दर्जन नए चेहरों पर जताया भरोसा
बता दें कि 2019 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 30 सीटें जीतने में कामयाब हुई थी. इस बार कांग्रेस ने इससे ज्यादा सीटों पर नए चेहरों पर भरोसा जताया है. हालांकि कांग्रेस ने अपने सभी मौजूदा विधायकों का टिकट नहीं काटा. यही नहीं कांग्रेस ने अपनी पहले की घोषण पर भी अमल किया है और इस बार किसी भी सांसद को चुनावी मैदान में नहीं उतारा है. हालांकि कांग्रेस ने अपने कई वरिष्ठ नेताओं के बेटों और पत्नियों को टिकट दिया है. विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारों का चयन करते हुए कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया ने स्पष्ट किया था कि किसी भी सांसद को विधानसभा चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी. हालांकि पार्टी ने मुलाना से सांसद वरुण चौधरी की पत्नी पूजा चौधरी को चुनावी मैदान में उतारा है.
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कांग्रेस ने इन्हें भी बनाया उम्मीदवार
वहीं हिसार सीट से लोकसभा सांसद जयप्रकाश के बेटे विकास सहारण को कलायत से अपना उम्मीदवार बनाया है. जबकि कैथल सीट से वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला के बेटे आदित्य सुरजेवाला को टिकट दिया है. इनके अलावा वरिष्ठ नेता बीरेंद्र सिंह के बेटे तभा पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह को उचाना कला सीट से टिकट दिया है. इस सीट पर उनका मुकाबला राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री और जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला से होगा. वहीं कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुईं किरण चौधरी की बेटी श्रुति चौधरी के खिलाफ तोशाम सीट से उनके चचेरे भाई अनिरुद्ध चौधरी को टिकट दिया है. इस सीट पर दोनों चचेरे भाई बहन का मुकाबला है.
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इसके साथ ही कांग्रेस ने राजनीतिक पृष्टभूमि वाले कई नेताओं पर भरोसा जताया है. साथ ही कई और वरिष्ठ नेताओं के बेटे और दामादों को भी कांग्रेस ने चुनावी मैदान में उतारा है. कांग्रेस ने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल के पुत्र और पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्र मोहन को एक बार फिर से पंचकूला से अपना उम्मीदवार बनाया है.
वहीं चंद्र मोहन के भतीजे भव्य विश्नोई को हिसार की आदमपुर सीट से बीजेपी के उम्मीदवार हैं. कांग्रेस ने हरियाणा सरकार के पूर्व अजय यादवके पुत्र और राजद प्रमुख लालू यादव के दामाद चिरंजीव राव को एक बार फिर से रेवाड़ी सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है. जो इस सीट से वर्तमान विधायक भी हैं. कांग्रेस ने पूर्व सीएम बंसीलाल के दामाद सोमवीर श्योराव को भी चुनावी मैदान में उतारा है. वहीं पूर्व मंत्री मांगेराम के बेटे महावीर को भी कांग्रेस ने टिकट दिया है.