Haryana New Cabinet: हरियाणा में तीसरी बार भारतीय जनता पार्टी सरकार बनाने जा रही है. भाजपा की नई सरकार का गठन दशहरा के बाद 15 अक्टूबर को पंचकूला में होगा. सूत्रों की मानें तो गुरुवार को दी गई जानकारी के मुताबिक, कैबिनेट के गठन में जाति और क्षेत्रीय समीकरण जैसे फैक्टर्स होने की संभावना है.
बता दें कि विधानसभा चुनाव में पार्टी की शानदार जीत के बाद राज्य में नई सरकार के मुखिया के रूप में अपने संभावित शपथ ग्रहण से पहले नायब सिंह सैनी ने बुधवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के अन्य वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की थी.
फिलहाल, नई कैबिनेट में किसे जिम्मेदारी दी जाएगी इसे लेकर सभी की निगाहें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत केंद्रीय नेतृत्व पर टिकी हैं. कयास लगाए जा रहे हैं कि हरियाणा की नई सरकार में नायब सिंह सैनी समेत ज्यादातर 14 मंत्री हो सकते हैं.
8 नए चेहरे होंगे शामिल
हरियाणा में 13 पद रिक्त हैं, ऐसे में भाजपा नए चेहरे तलाश रही है, बीजेपी के लिए हरियाणा की नई सराकर में जातिगत समीकरणों और समुदायों को बैलैंस करना आसान नहीं होगा. हालांकि, नई सरकार मे आठ नए चेहरे शामिल होंगे.
माना जा रहा है कि पानीपत ग्रामीण सीट से राज्यमंत्री महिपाल ढांडा और बल्लभगढ़ सीट से चुनाव जीते कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा फिर से मंत्री बनेंगे. राज्य में अधिकतम 14 का मंत्रिमंडल हो सकता है. अहीरवाल बेल्ट में जिस तरह से भाजपा को शानदार सफलता मिली, उससे मंत्रिमंडल में इस इलाके को उचित प्रतिनिधित्व मिलने की संभावना है.
कैबिनेट में होगा जाति फैक्टर
हालांकि, पिछले कुछ दिनों में पार्टी ने यह काम सफलतापूर्वक किया है. हरियाणा में माना जा रहा है कि यहां भी बीजेपी छत्तीसगढ़ जैसी रणनीति अपना सकती है. प्रदेश में बीजेपी के पास 9 दलित, 8 पंजाबी, 7 ब्राह्मण 6-6 जाट और यादव से विधायक हैं.
भाजपा के पास अब गुर्जर, राजपूत, वैश्य और एक ओबीसी नेता भी मौजूद हैं. इधर, पंजाबी मूल के आठ विधायकों में पूर्व गृह मंत्री अनिल विज को लेकर भी सस्पेंस बना हुआ है. गौरतलब है कि विज ने मुख्यमंत्री नहीं बनाए जाने पर मार्च में नाराजगी जताई थी. वह एक बार फिर से सीएम पद की चाहत देश के सामने रख चुके हैं. हालांकि, अब देखना ये दिलचस्प होगा कि किसे मुख्यमंत्री पद का जिम्मा दिया जाएगा?