हरियाणा (Haryana) में इसी साल अक्टूबर में विधानसभा चुनाव (Assembly Election) हो सकता है. इसे लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां तैयारी में जुट गई हैं. बसपा सुप्रीमो मायावती (Mayawati) ने जननायक जनता पार्टी (JPP) से गठबंधन तोड़ लिया है. उन्होंने हरियाणा विधानसभा में अपने उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है, जिससे वहां लड़ाई टफ हो जाएगी. वहीं, राज्य में दोबारा वापसी के लिए बीजेपी (BJP) जोर-शोर जुटी हुई है.
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बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा, बीएसपी एक राष्ट्रीय पार्टी है, जिसके हिसाब से हरियाणा में होने वाले विधानसभा आमचुनाव में दुष्यन्त चैटाला की पार्टी से जो समझौता किया था वह सीटों की संख्या व उसके आपसी बंटवारे के मामले में उनके अनुचित रवैये के कारण इसे बीएसपी हरियाणा यूनिट के सुझाव पर आज समाप्त कर दिया गया है.
मायावती ने अपने ट्वीट में लिखा, ऐसी स्थिति में पार्टी हाईकमान ने यह फैसला किया है कि हरियाणा प्रदेश में शीघ्र ही होने वाले विधानसभा आमचुनाव में अब बीएसपी अकेले ही अपनी पूरी तैयारी के साथ यहां सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
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वहीं, कांग्रेस (Congress) ने अशोक तंवर को हटाकर यूपीए सरकार में मंत्री रहीं कुमारी शैलजा को हरियाणा कांग्रेस का अध्यक्ष बना दिया है. साथ ही हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा को कांग्रेस विधायक दल (CLP) का नेता और स्टेट इलेक्शन कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. बता दें कि हरियाणा में पार्टी के नेताओं का लंबे समय से झगड़ा चल रहा था. प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर और भूपेन्द्र हुड्डा दोनों ही प्रदेश में पार्टी के लिए सरदर्द बने हुए थे.