हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शनिवार को एक बार फिर आंदोलनकारी किसानों पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन में एक खास किस्म के लोग शामिल हैं और इसमें शामिल सभी लोग किसान नहीं है. खट्टर ने कांग्रेस पर लोगों को भड़काने का आरोप लगाया है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस तरह का बयान पहली बार नहीं दिया है. वह पहले भी किसान आंदोलन पर विवादित बयान दे चुके हैं. करनाल में किसानों पर हरियाणी पुलिस की हिंसा के बाद राज्य में किसानों के प्रदर्शन के लिए पंजाब सरकार को जिम्मेदार बताया था.
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ट्वीट किया, "कांग्रेस को लोगों को गुमराह करना बंद करना चाहिए. किसान आंदोलन में एक खास वर्ग के लोग शामिल हैं. ये सभी किसान नहीं हैं. इस तरह की सभी हरकतें राजनीति से प्रेरित हैं और हर कोई इस तरह के बयानों के पीछे (हरियाणा सरकार के खिलाफ) लोगों से वाकिफ है."
Congress should stop misleading people. A specific section of people are involved in farmers' stir. Not all of them are farmers. All such actions are politically motivated and everyone is aware of those who are behind such kinds of statements (against Haryana govt): CM ML Khattar pic.twitter.com/mcfWOsMCyx
— ANI (@ANI) September 11, 2021
इस बीच आज किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मिला. राज्य में गन्ने की कीमत में 12 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी के बाद किसानों का एक समूह हरियाणा के सीएम एमएल खट्टर से मिलकर उनका आभार जताया. खट्टर ने कहा , "केंद्र, राज्य सरकार लगातार किसानों के लाभ के लिए काम कर रही है. हमने फसलों के एमएसपी की घोषणा बोने से पहले की थी."
A group of farmers meet Haryana CM ML Khattar to express appreciation after the state increased sugarcane price by Rs 12 per quintal
— ANI (@ANI) September 11, 2021
"Centre, state govt continuously working for farmers' benefit. We introduced concept of announcing MSP of crops before it is sown," says Khattar pic.twitter.com/UveNTdRbrD
कुछ दिन पहले करनाल में किसानों पर हुई बर्बर हमले पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर आरोप लगाया था कि वे हरियाणा में किसानों को भड़का कर आंदोलन करा रहे हैं. खट्टर के इस बयान पर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पलटवार करते हरियाणा के मुख्यमंत्री सहित बीजेपी पर आरोप लगाया था कि प्रदर्शनकारी किसानों पर ‘‘खतरनाक हमले’’ को लेकर वे ‘‘शर्मनाक झूठ’’ बोल रहे हैं. सीएम सिंह ने बयान जारी कर कहा, ‘‘आपकी पार्टी ने किसानों को जिन परेशानियों में धकेला है उसके लिए पंजाब पर दोष मढ़ने के बजाए कृषि कानूनों को वापस लें.’’
भाजपा लंबे समय से किसान आंदोलन के खिलाफ नकारात्मक प्रचार करती रही है. भाजपा के नेता पहले किसान आंदोलन को एक जाति और क्षेत्र विशेष का आंदोलन कहते रहे, लेकिन जब इस प्रचार को स्थापित करने में विफ रहे तो अब इस आंदोलन को कांग्रेस समर्थक बता रहे हैं.