महाराष्ट्र के धारावी मामले में पुलिस ने एक्शन ले लिया है. यहां दंगा भड़काने के आरोप में 3 लोगों की गिरफ्तारी हुई है. मामला शनिवार (21 सितंबर) का है, जब एक मस्जिद का कथित अवैध हिस्सा तोड़ने के दौरान भारी संख्या में भीड़ इकट्ठी हो गई और जमकर उत्पात मचाया. इस दौरान बीएमसी पर हमला किया गया और उनकी गाड़ी के शीशे तोड़े गये थे.
पुलिस के अनुसार तीनों आरोपियों पर बीएनएस (BNS) की धारा 132, 189 (1,2), 190, 184(4), 191(2), 324(3), 191(3) के तहत केस दर्ज हुआ है. इसमें धारा 132 गैर जमानती है. धारा 132 सरकारी कर्मचारी के काम में बाधा डालने पर लगाई जाती है. फिलहाल तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेशी के लिए भेजा गया है.
मौके पर 5 हजार लोग इकट्ठा हुए
मुंबई पुलिस ने बताया कि घटना वाले दिन धारावी पुलिस स्टेशन तक करीब 5 हजार लोगों की भीड़ इकठ्ठा हो गई थी. इसमें कई बाहरी लोग भी मौजूद थे, जिनकी पहचान पुलिस कर रही थी. जांच में कुछ अन्य बातें भी सामने आईं कि बीएमसी की तोड़-फोड़ कार्रवाई के खिलाफ भीड़ को जुटाने के लिए भड़काऊ पोस्ट और वीडियो भी बनाए गए थे. इसके बाद शुक्रवार रात से इन पोस्ट को वायरल भी किया जाने लगा था.
ट्रैफिक जाम, लोगों को आ रही दिक्कत
घटनास्थल के कई वीडियो सामने आए हैं, जिसमें बड़ी संख्या में लोग विरोध करते दिख रहे हैं. नारेबाजी हो रही है. पुलिस टीम भी मौके पर मुस्तैद है. धक्का-मुक्की हो रही है. सड़क पर भीड़ जमा है, जिससे वाहनों को आने-जाने में दिक्कत आ रही है.
फिलहाल, बीएमसी ने इस मामले मस्जिद कमेटी को अवैध निर्माण हटाने के लिए आठ दिन का वक्त दिया है. तब तक मस्जिद पर बीएमसी किसी भी तरह की कर्रवाई नहीं करेगी. इधर, मुस्लिम समाज इस मस्जिद पर किसी भी तरह की कार्रवाई न हो इसके लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगी.
यह है मस्जिद का विवाद
धारावी की मस्जिद का नाम महबूब सुबहानि है. यह 60 साल पुरानी है. मस्जिद को दो साल पहले भी नोटिस दिया गया था. मामले में किसी भी प्रकार का हल नहीं निकल पाया. मस्जिद जब बनाई गई थी, तब वह ग्राउंड प्लस-2 मंजिल थी. मस्जिद में बारिश का पानी घुस जाता था. इस वजह से मस्जिद में मरम्मत कराया गया. जनसंख्या के बढ़ने की वजह से मस्जिद में नमाज पढ़ने के लिए मस्जिद को एक मंजिल बढ़ा दिया गया. काम तीन साल पहले से चल रहा था और अब मस्जिद तैयार है.