Gurugram Crime: हरियाणा के गुरुग्राम से एक हैरतअंगेज मामला सामने आया है. जहां एक 16 साल के लड़के को, अपनी नौ साल की पड़ोसी की गला घोंटकर हत्या करने और उसके शरीर को आग लगाने के मद्देनजर फरीदाबाद के सुधार गृह में भेजा गया है. यह घटनाक्रम नाबालिग को किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किए जाने के बाद सामने आया है. वहीं फिलहाल पुलिस हत्या की साजिश को देखते हुए, इस बात पर चर्चा कर रही है कि, क्या नाबालिग पर वयस्क की तरह मुकदमा चलाया जाना चाहिए?
क्या है पूरा मामला?
गौरतलब है कि, पीड़िता और आरोपी दोनों के परिवार सिग्नेचर ग्लोबल सोलेरा, सेक्टर 107, गुरुग्राम के दो अलग-अलग टावरों में रहते थे और उनके बीच अच्छे संबंध थे. 1 जुलाई के दिन, पीड़ित कक्षा 4 की छात्रा की मां, आरोपी के घर पर थी. उसने इसी मौके का फायदा उठाते हुए, सुबह-सुबह पीड़ित के घर पहुंचा और फ्लैट से गहने चुराने की कोशिश करने लगा, हालांकि उसकी इस हरकत को मासूम लड़की ने देख लिया...
इसके बाद करीब 11 बजे के आसपास, वो उसे इस बात का जिक्र किसी से भी न करने के लिए समझाने लगा.. मगर लड़की नहीं मानी, लिहाजा वो पकड़े जाने के डर से उस मासूम का गला घोंट कर मौत के घाट उतार दिया.
जब कुछ देर बात पीड़ित के परिवार वाले घर लौटे, तो उन्हें वारदात का अंदाजा हुआ.. हालांकि शुरुआती में लड़के ने चोरी की झूठी कहानी बनाई, मगर फिर पुलिस के सामने अपने जुर्म को कबूल कर लिया.
इसलिए दी मौत...
लड़के ने पुलिस को बताया कि, उसे 20,000 रुपये का कर्ज चुकाने के लिए गहने की इस चोरी को अंजाम दिया था. उसने पुलिस को बताया कि, वह लड़की को मारना नहीं चाहता था, लेकिन क्योंकि वह चुप होने के लिए राजी नहीं थी, लिहाजा उसे ये खौफनाक कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा..
पुलिस के मुताबिक, मामले पर राजेंद्र पार्क पुलिस स्टेशन में प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज की गई है.
Source : News Nation Bureau