हरियाणा में विधानसभा चुनाव से पहले खलबली मच गई. यहां कांग्रेस ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त 13 नेताओं को छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है. आरोप है कि सभी निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं. पार्टी ने नरेश ढांडे, प्रदीप गिल, सज्जन सिंह ढुल, सुनीटा बट्टन, राजीव मामुरम गोंडार, दयाल सिंह सिरोही, विजय जैन, दिलबाग सांडिल, अजित फोगाट, अभिजीत सिंह, सतबीर रातेरा, नीतू मान, अनिता डुल बादसीकरी को बाहर का रास्ता दिखा दिया है.
बता दें कि हरियाणा कांग्रेस ने एक बयान जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि विभिन्न माध्यम से ऐसी सूचना मिली है कि कई पार्टी के नेता और कार्यकर्ता पार्टी उम्मीदवारों के विरुद्ध चल रहे विधानसभा चुनाव में भाग लेने और पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल पाए गए हैं. ऐसे में पार्टी में अनुशासन को बनाए रखने के लिए संबंधित नेताओं और कार्यकर्ताओं को तत्काल प्रभाव से छह वर्षों के लिए पार्टी से निलंबित किया जाता है.
अपनी ही पार्टी के प्रत्याशी को दे रहे थे चुनौती
कांग्रेस का कहना है कि 12 सीटों पर ये नेता अपनी पार्टी के प्रत्याशियों को चुनौती दे रहे थे. जैसे कि अभिजीत सिंह भिवानी से, अनीता ढुल कलायत से, दिलबाग सांडिल उचाना से, नरेश ढांडे गुहला से, प्रदीप गिल जींद से, सज्जन सिंह ढुल और सुनीता बट्टन पुंडरी से, विजय जैन पानीपत ग्रामीण से और अजित फोगाट दादरी से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं. इसके अलावा राजीव मामुरम निलोखेरी, दयाल सिंह सिरोही भी निलोखेरी से, सतबीर रातेरा बवानी खेड़ा से, नीतू मान पृथला से चुनाव लड़ रही हैं.
ये तीन नेता भी हो चुके हैं पार्टी से निष्कासित
कांग्रेस इससे पहले भी तीन नेताओं को पार्टी से निष्कासित कर चुकी है. चित्रा सरवारा, राजेश जून और शारदा राठौर को निष्कासित कर दिया था. बता दें कि चित्रा अंबाला कैंट से चुनावी मैदान में हैं. उन्होंने ऐसे वक्त में निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया जब पार्टी ने उनके पिता को टिकट दिया है. वहीं, राजेश जून बहादुरगढ़ से निर्दलीय मैदान में उतर गए हैं तो शारदा राठौर ने बल्लभगढ़ से नामांकन भरा है.
टिकट कटने पर कांग्रेस को विधानसभा चुनाव लड़ने का सपना देखने वाले नेताओं की खासा नाराजगी देखने पड़ गई. हालांकि, पार्टी कुछ नेताओं को मनाने में कामयाब भी रही लेकिन कुछ ऐसे रहे जिन्होंने बगावत कर दी.