Haryana Assembly Election 2024: हरियाणा में आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं. मुख्य चुनाव अधिकारी पंकज अग्रवाल ने हाल ही में हरियाणा की फाइनल वोटर लिस्ट जारी कर दी है, जिसमें कुल 63,008 नए मतदाताओं को शामिल किया गया है. इस सूची को 20,629 पोलिंग बूथों के लिए अंतिम रूप दिया गया है. हरियाणा की राजनीति में इस बार चुनाव खासा दिलचस्प हो सकता है, क्योंकि राज्य के सभी प्रमुख राजनीतिक दल इस बार के चुनाव में नए समीकरण बनाने की कोशिश कर रहे हैं.
फाइनल वोटर लिस्ट
आपको बता दें कि मुख्य चुनाव अधिकारी के अनुसार, प्रारंभिक सूची में 2 करोड़ 1 लाख 61 हजार 950 मतदाता शामिल थे, लेकिन 27 अगस्त को जारी की गई अंतिम सूची में यह संख्या बढ़कर 2 लाख 35 हजार 804 हो गई. इसके साथ ही, 1 लाख 72 हजार 796 मतदाताओं के नाम हटाए गए हैं, जो कि विभिन्न कारणों से अब वोटर लिस्ट का हिस्सा नहीं हैं. इस प्रक्रिया के बाद, हरियाणा में चुनाव के लिए कुल मतदाताओं की संख्या बढ़ गई है, जिससे आगामी चुनाव में राज्य के राजनीतिक परिदृश्य में बदलाव की उम्मीद की जा रही है.
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चुनाव की तारीखें और प्रक्रिया
वहीं हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग 1 अक्टूबर 2024 को आयोजित की जाएगी. इसके बाद, 4 अक्टूबर 2024 को चुनाव के नतीजों की घोषणा की जाएगी. यह देखना दिलचस्प होगा कि इस बार के चुनाव में कौन सी पार्टी जनता का विश्वास जीत पाती है. बीजेपी और इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) ने चुनाव आयोग से छुट्टियों का हवाला देते हुए मतदान की तारीख आगे बढ़ाने की मांग की है, लेकिन अभी तक इस पर चुनाव आयोग का कोई निर्णय नहीं आया है.
साथ ही आपको बता दें कि नामांकन प्रक्रिया की बात करें तो, यह 5 सितंबर से शुरू होगी. उम्मीदवार 12 सितंबर तक अपने नामांकन दाखिल कर सकेंगे. 13 सितंबर को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी और 16 सितंबर तक उम्मीदवार अपने नाम वापस ले सकते हैं। इसके बाद, हरियाणा में सभी 90 विधानसभा सीटों पर जमकर चुनावी सरगर्मी देखने को मिलेगी.
राजनीतिक गठजोड़ और चुनावी रणनीति
इसके अलावा आपको बता दें कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में इस बार राजनीतिक गठबंधनों पर भी खासा ध्यान दिया जा रहा है. कांग्रेस और बीजेपी दोनों ने अभी तक किसी अन्य दल के साथ गठबंधन नहीं किया है. दूसरी ओर, जन नायक जनता पार्टी (जेजेपी) ने आजाद समाज पार्टी के साथ गठबंधन कर लिया है, जबकि इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के साथ हाथ मिलाया है. ये गठबंधन राज्य में आगामी चुनावों में बड़े बदलाव का संकेत दे रहे हैं.
वहीं लोकसभा चुनावों के बाद कांग्रेस के हौसले बुलंद हैं. साथ ही राज्यसभा चुनाव के परिणामों ने बीजेपी को कांग्रेस पर बढ़त दिलाने का आत्मविश्वास दिया है. ऐसे में, सभी दल अपनी-अपनी सरकार बनाने का दावा कर रहे हैं और चुनावी मैदान में जोर-शोर से प्रचार में जुटे हुए हैं.
बहरहाल, हरियाणा की राजनीति में इस बार के चुनाव बहुत ही महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं. नई वोटर लिस्ट और चुनाव की तारीखों के साथ-साथ राज्य के राजनीतिक दल अपने-अपने रणनीतिकारों के साथ मैदान में उतर चुके हैं. अब देखना यह होगा कि जनता किस पार्टी को अपना समर्थन देती है और कौन सा दल हरियाणा की सत्ता में काबिज होता है.