हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर सरकार ने ओलंपिक में खेल रहे भारतीय खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए बड़ा ऐलान किया है. हरियाणा सरकार गोल्ड मैडल जीतने वाले खिलाड़ियों के लिए 6 करोड़ रुपए की राशि देने का ऐलान किया है. जबकि सिल्वर मेडल जीतने वाले को 4 करोड़ और ब्रॉन्ज मेडल के लिए ढ़ाई करोड़ रुपए की राशि देने का प्रावधान किया गया है. लेकिन पहली बार हरियाणा सरकार ने ओलंपिक में चौथे नंबर पर रहे खिलाड़ी के लिए भी बड़े इनाम की घोषणा की है. राज्य सरकार ऐसे खिलाड़ियों को 50-50 लाख रुपए दे रही है.
यह भी पढ़ें : Tokyo Olympics: बजरंग पूनिया ने दर्ज की शानदार जीत, बने क्वार्टर फाइनलिस्ट
50-50 लाख रुपये का पुरस्कार
We will award Rs 50 lakhs each to the nine members of the Olympics women's hockey team who are from Haryana. I congratulate the Indian team for their praiseworthy performance at #TokyoOlympics: Haryana CM ML Khattar pic.twitter.com/Aa0J607YL3
— ANI (@ANI) August 6, 2021
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शुक्रवार को कहा कि ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करने वाली महिला हॉकी टीम में शामिल हरियाणा की नौ सदस्यों को 50-50 लाख रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा, मैं भारतीय टीम को टोक्यो ओलंपिक में उनके प्रशंसनीय प्रदर्शन के लिए बधाई देता हूं. कांस्य पदक के लिए हुए प्ले-ऑफ के कड़े मुकाबले में भारतीय टीम शुक्रवार को ग्रेट ब्रिटेन से 3-4 से हार गई. भारतीय टीम चौथे स्थान पर रही.
यह भी पढ़ेंः राजीव गांधी नहीं अब मेजर ध्यानचंद के नाम से दिया जाएगा खेल रत्न पुरस्कार
विजेता खिलाड़ियों को नकद राशि के साथ-साथ सरकारी नौकरी
यही नहीं हरियाणा सरकार ने टोक्यो ओलंपिक के पदक विजेता खिलाड़ियों को नकद राशि के साथ-साथ सरकारी नौकरी और सस्ते दामों में जमीन देने का भी फैसला किया है. सीएम मनोहर लाल ने गुरुवार को कुश्ती में रजत व हॉकी में कांस्य पदक जीतने वाले राज्य के खिलाड़ियों के लिए यह ऐलान किया. सीएम मनोहर लाल ने कहा कि खेल नीति के अनुसार रजत पदक जीतने वाले पहलवान रवि दहिया को चार करोड़ रुपए दिए जाएंगे. इसके साथ ही फस्र्ट क्लास की सरकारी नौकरी और शहरी विकास प्राधिकरण का भूखंड दिया जाएगा. यह भारत का तीसरा ओलंपिक था. मास्को (1980) के 36 साल के बाद उसने रियो ओलंपिक (2016) के लिए क्वालीफाई किया था. भारत अंतिम रूप से चौथे स्थान पर रहा था लेकिन उस साल वैश्विक बहिष्कार के कारण सिर्फ छह टीमों ने ओलंपिक में हिस्सा लिया था.
Source : News Nation Bureau