हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने रॉबर्ट वाड्रा पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस की सरकार हरियाणा और केंद्र में थी तो 'शाही जमाई राजा' (रॉबर्ट वाड्रा) ने शिकोहपुर में 7 करोड़ रुपये में जमीन खरीदी थी. उसके बाद इस जमीन को डीएलएफ को 58 करोड़ रुपये में बेच दी. 'जमाई राजा' ने सरकार से चेंज ऑफ लैंड यूज (CLU) का परमिट लेकर इतनी बड़ी राशि पर बेच दी. अनिज विज ने मांग की है कि इस मामले की जांच होनी चाहिए. इस मामले की जांच कर पता लगाना चाहिए कि लाइसेंस हस्तांतरण कानूनी रूप से किया गया था या नहीं.
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अब तक लाइसेंस ट्रांसफर नहीं
साल 2012 से लेकर अब तक डीएलएफ यूनिवर्सल लिमिटेड रिन्यूअल फीस तो रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटेलिटी प्राइवेट लिमिटेड को दिए गए लाइसेंस के लिए भरती आ रही है, लेकिन आधिकारिक तौर पर लाइसेंस को अब तक ट्रांसफर नहीं किया गया है.
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गुरुग्राम के शिकोहपुर गांव के सेक्टर-83 में 3.53 एकड़ जमीन को कॉलोनी डेवलप करने के लिए साल 2008 में स्काईलाइट को दिया गया था. इस जमीन में से 2.7 एकड़ जमीन के कमर्शियल इस्तेमाल की परमिशन थी, लेकिन कॉलोनी डेवलप करने के बजाय बाद में स्काईलाइट हॉस्पिटेलिटी ने इस जमीन को डीएलएफ यूनिवर्सल लिमिटेड को मोटे मुनाफे पर 58 करोड़ में बेच दिया था.