हरियाणा पुलिस के विशेष कार्यबल (एसटीएफ) ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जिसने मृत कैंसर मरीजों की मौत को सड़क दुर्घना में हुई मौत दिखाकर उनके नाम पर बीमा धन के लिए फर्जी तरीके से दावे किए. पुलिस विभाग के एक प्रवक्ता ने शुक्रवार को कहा कि इस संबंध में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार आरोपियों में गिरोह का सरगना सोनीपत जिले का निवासी पवन भोरिया और दो अन्य मोहित और विकास शामिल हैं. प्रवक्ता ने कहा, "गिरोह कैंसर मरीजों की पहचान करता था और उनके परिजनों से संपर्क करता था. उसके बाद वे विभिन्न कंपनियों से कैंसर मरीजों का बीमा कराता था. कैंसर मरीजों की मौत सड़क दुर्घटना में दिखा कर वे हरियाणा के विभिन्न थानों में प्राथमिकी दर्ज कराने के बाद बीमा के दावे हासिल कर लेते थे."
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प्रवक्ता ने कहा, "इसके तत्काल बाद मृतकों के इलाज का रिकॉर्ड पीजीआईएमएस (पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस) रोहतक से हटा लिया जाता था. इसमें चिकित्सक, पुलिसकर्मी जैसे सरकारी कर्मचारी और पीजीआईएमएस रोहतक शामिल थे."पुलिस महानिदेशक (अपराध) पी.के. अग्रवाल को इस संबंध में भारती अक्सा लाइफ इंश्योरेंस से एक शिकायत मिली थी. प्रवक्ता ने कहा कि जांच एसटीएफ टीम को सौंपी गई, जिसने गिरोह का भंडाफोड़ किया और तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया. कई सारे संदेहास्पद दस्तावेज आरोपियों के पास से बरामद किए गए हैं.
Source : IANS