Haryana: हरियाणा के पानीपत शहर में किले के नजदीक परमहंस कुटिया वाले मोहल्ले में दिसंबर 2021 में हुई कारोबारी विनोद भराड़ा की हत्या की तह तक आखिर पुलिस पहुंच ही गई. पानीपत के पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत ने व्हाट्सएप पर ऑस्ट्रेलिया से आए एक मैसेज के ऊपर संज्ञान लेते हुए केस को रिओपन करने और उसकी गुत्थी को सुलझाने में अहम भूमिका निभाई. मृतक विनोद भराड़ा की पत्नी निधि ने प्रेम प्रसंग के चलते प्रेमी जिम ट्रेनर सुमित के साथ मिलकर साजिश रची और भटिंडा निवासी देव सुनार से विनोद का पहले एक्सीडेंट करवाया, एक्सीडेंट में विनोद को काफी छोटे आई लेकिन उसकी जान बच गई. जब निधि और उसका प्रेमी सुमित अपनी साजिश में कामयाब नहीं हुए तो उन्होंने कुछ महीनो बाद एक्सीडेंट करने वाले देव सुनार से गोली मरवा कर विनोद की हत्या करवा दी थी. पुलिस ने मृतक विनोद की पत्नी आरोपी निधि व उसके प्रेमी सुमित को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो दोनों आरोपियों ने हत्या करवाने की वारदात को अंजाम देना स्वीकार कर लिया.
निधि और सुमित की एक जिम में हुई थी मुलाकात
आरोपी सुमित ने डिमांड के दौरान पूछताछ में पुलिस को बताया वह वर्ष 2021 में पानीपत की एक जिम में ट्रेनिंग देता था. विनोद की पत्नी निधि भी वहीं जिम करने के लिए आती थी. दोनों की दोस्ती हो गई और दोनों आपस में नजदीकियां बढ़ती गई. विनोद को उन दोनों के बारे में पता चल गया तो विनोद के साथ उसकी कई बार का कहा- सुनी भी हुई. विनोद इन अवैध संबंधों के चलते घर पर भी अपनी पत्नी निधि के साथ कई बार कहा-सुनी कर चुका था. विनोद की हत्या के कुछ दिनों बाद निधि और सुमित मनाली घूमने भी गए थे.
पुलिस टीम ने 7 जून को आरोपी सुमित निवासी गोहाना को सेक्टर 11-12 के मार्केट से गिरफ्तार कर पूछताछ की तो आरोपी देव सुनार से विनोद का पहले एक्सीडेंट करवाने तथा बाद में गोली मरवा कर हत्या करवाने की बाद को अंजाम देने वाले स्वीकार किया. पुलिस ने सुमित को 7 जून को कोर्ट में पेश कर 7 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया. पुलिस ने इस मामले में आरोपी निधि को शुक्रवार को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो उसने सुमित के साथ मिलकर उक्त वारदात को अंजाम देने के बारे में स्वीकारा. पुलिस ने शनिवार को दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया. जहां से उनको न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया.
ऐसे खुला हत्या की साजिश का राज
एसपी अजय सिंह शेखावत को पिछले दिनों एक विदेशी नंबर से सोशल मीडिया पर मैसेज आया उन्होंने पता कराया तो यह नंबर ऑस्ट्रेलिया से विनोद भरदा के भाई का मिला इसमें विनोद बड़ा की हत्या में परिवार के लोगों का हाथ होने का शक जाहिर किया गया था और मामले में दोबारा जांच शुरू करने की प्रार्थना की गई थी. उन्होंने सड़क हादसे व हत्या के दोनों कैसों की फाइल मंगवाई. सारे केस का खुद अध्ययन किया और मामले को CIA-3 प्रभारी दीपक कुमार को जांच में लगाया. जिसके बाद एक के बाद एक कड़ी जुड़ती गई तो कोर्ट में अर्जी देकर मामले की दोबारा जांच करने की मांग की गई. हत्या का मुख्यआरोपी देव सुनार पहले से ही पानीपत जेल में बंद था. पुलिस न्यायालय में चालान पेश कर चुकी थी और ये मामला न्यायालय में ट्रायल पर था. जिसमें सामने आया कि आरोपी देव सुनार की सुमित नाम के युवक के साथ बातचीत थी और सुमित की मृतक विनोद भराड़ा की पत्नी निधि के साथ काफी घनिष्ठता से बातचीत होना पाया गया.
मामले में जानकारी देते हुए एसपी अजीत सिंह शेखावत ने बताया कि उन्होंने जब केस का अध्ययन किया तो पता लगा कि एक मामूली एक्सीडेंट के केस में समझौता न करने पर आखिर कोई हत्या क्यों करेगा? क्योंकि सड़क हादसे के केस में बहुत ज्यादा सजा का प्रावधान नहीं है और यह धारा भी जमानती होती है. जबकि हत्या के केस में उम्र कैद से लेकर फांसी तक हो सकती है. यहीं से शक गहराया था. वहीं उन्होंने बताया कि अब आरोपियों के खिलाफ एक्सीडेंट केस में धारा 307 और 120 बी भी जोड़ दी गई है. साथ ही हत्या के केस में भी धारा 120 भी जोड़ी गई है.
एसपी शेखावत ने जानकारी देते हुए बताया कि सुमित ने ही देव सुनार की जेल से जमानत करवाई थी और उसको दोबारा से तैयार कर अवैध हथियार उपलब्ध करवाया. माफी मांगने के बहाने विनोद भराड़ा के घर भेजता रहा. इसके बाद 15 दिसंबर 2021 को देव सुनार ने घर में घुसकर विनोद भराड़ा की गोली मारकर हत्या कर दी थी. आरोपी सुमित जेल में बंद देव सुंदर के केस व घर परिवार का पूरा खर्च खुद ही वहन कर रहा था. यह सारा पैसा विनोद की बीमा राशि, प्रॉपर्टी और कारोबार का है. जिसे निधि सुमित तक और सुमित देव सुनार तक पहुंचाता रहा. पूरी प्लानिंग के अनुसार निधि मार्च 2024 में हत्या मामले में अपने गवाही से भी मुकर गई.
आरोपी जिम ट्रेनर सुमित ने रिमांड के दौरान बताया कि उसने पंजाब के भटिंडा निवासी ट्रक चालक देव सुंदर उर्फ दीपक को 10 लख रुपए नगद केस का सारा खर्च देने का लालच दिया था जिसके बाद वह हत्या करने के लिए तैयार हो गया उसने देव सुंदर को पंजाब नंबर केक लोडिंग पिकअप गाड़ी दिलवाई देव सुंदर ने 5 अक्टूबर 2021 को विनोद को जान से करने के नियत संयुक्त गाड़ी से सीधे टक्कर मारकर विनोद का एक्सीडेंट कर दिया था एक्सीडेंट में विनोद की मौत नहीं हुई तो बाद में दोनों ने पिस्तौल से विनोद को मरवाने का प्लान बनाया.
जिसे बाद में देव सुनार ने गोली मारकर विनोद भराड़ा की हत्या करके अंजाम दिया.
Source : News Nation Bureau