स्कूलों को शिक्षा का मंदिर कहा गया है लेकिन जब मासूम बेटियां वहां पढ़ते वक्त अपने शिक्षकों की ही बुरी नजरों का शिकार हो जाये तो उस स्थिति को क्या कहा जा सकता है. मामला हिसार जिले के नारनौंद थाना क्षेत्र में आने वाले गांव का है जहां एक निजी स्कूल के संचालक पर एक 16 वर्षीय स्कूली छात्रा से छेड़छाड़ का मामला सामने आया है. छात्रा ने आरोप लगाया है कि शिक्षक ने उसे एक्स्ट्रा क्लास के बहाने छुट्टी के बाद स्कूल में रोक लिया और उसके साथ छेड़छाड़ की. हैरानी वाली बात तो ये है कि इस मामले में पुलिस में दिए जाने के बावजूद भी पिछले दस दिन से ज्यादा समय से कोई गिरफ्तारी तक नहीं हो पाई है. मंगलवार को छात्रा अपने परिजनों और ग्रामीणों की पंचायत के साथ हिसार मंडल के आईजी कार्यालय में अपनी आपबीती सुनाने पहुंची.
यह भी पढ़ें: भ्रष्टाचार के खिलाफ फिर चला मोदी सरकार का चाबुक,15 वरिष्ठ अधिकारियों को किया रिटायर
छात्रा के एक परिजन ने बताया कि चार जून को गांव के ही एक निजी स्कूल संचालक ने छुट्टी के बाद छात्रा को झूठ बोल कर स्कूल में रोक लिया और उसके बाद अपने कार्यालय में ले जाकर उसके साथ अश्लील हरकतें करने लगा. छात्रा के विरोध करने के बावजूद स्कूल संचालक अपनी हरकतों से बाज नहीं आया और उसने अश्लील हरकतें कर ता रहा. परिजनों ने बताया कि किसी तरीके से छात्रा वहां से निकल कर अपने घर आई और सारा मामला परिवार वालों को बताया जिसके बाद उन्होंने नजदीकी नारनौंद थाना में इसकी शिकायत की, लेकिन पुलिस ने किसी भी तरीके से मामला दर्ज नहीं किया और उन्हें हांसी के महिला थाने में जाने की सलाह देते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया.
यह भी पढ़ें: चमकी बुखारः सीएम नीतीश कुमार ने हर बेड पर जाकर मरीजों का हाल जानाः चीफ सेक्रेटरी दीपक कुमार
10 दिनों के बाद भी नहीं हुई कोई कार्रवाई
इसके उपरांत अगले दिन परिजनों ने पूरे मामले से हांसी महिला थाना को अवगत करवाया जिसके बाद ही मुकदमा दर्ज हो पाया. परिजनों ने आरोप लगाया कि दस से ज्यादा दिन का समय बीत जाने के बावजूद अब तक किसी भी तरीके से स्कूल संचालक की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है और वह इस मामले को लेकर पुलिस के उच्च अधिकारियों के अलावा अपने हलके के विधायक और वर्तमान सरकार में वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु तक को न्याय की गुहार लगा चुके हैं. इस पूरे मामले से हताश परिजनों ने कहा कि वो मंगलवार को पंचायत लेकर पुलिस महा निरीक्षक कार्यालय आए हैं और अगर अब भी उनकी सुनवाई नहीं हुई तो वो मजबूरन उपायुक्त कार्यालय के सामने धरना देने पर मजबूर हो जाएंगे और वहां से गुजरने वाले वाहनों को रोकते हुए रोड जाम कर देंगे.
यह भी पढ़ें: शिवसेना सांसद विनायक राउत मिले डिफेंस मिनिस्टर राजनाथ सिंह से, उठाई ये बात
छात्रों का आरोप- मामले को रफा दफा करना चाहते हैं आरोपी
इस मामले में छात्रा ने आरोप लगाते हुए कहा कि स्कूल संचालक ने उसे फ्रेंडशिप करने का ऑफर भी दिया और कहा कि वह उनके साथ एक रिश्ता कायम करना चाहता है, लेकिन किसी तरीके से छात्रा वहां से अपने घर पहुंची और परिजनों को पूरा मामला सुनाया, जिसके बाद वह अपने नजदीकी थाना पहुंचे लेकिन वहां भी सुनवाई नहीं हुई. छात्रा ने आरोप लगाया कि पुलिस आरोपी को गिरफ्तार करने की बजाए ढुलमुल रवैया अपना रही है और आरोपी अपने परिजनों और नज़दीकियों के जरिए उन्हें अलग-अलग तरीके के प्रलोभन देकर मामले को रफा-दफा करवाना चाहते हैं और सामाजिक दबाव बनाकर चुप रहने की सलाह दी जा रही है. छात्रा ने मांग उठाते हुए कहा कि इस तरीके के दरिंदों को कानूनन कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए.