हरियाणा के पानीपत से ऐसी खबर सामने आई है, जिसने हर किसी को हैरान कर दिया. एक इंसान को अपने परिवार को खोने का गम इस कदर था कि वह मौत का इंतजार करने लगा. शख्स ने जिंदगी खत्म करने के लिए टॉयलेट रूम को चुना. जी हां, पानीपत के इस शख्स ने जब अपना भरा पूरा परिवार खो दिया तो उसकी जीने की इच्छा ही खत्म हो गई. फिर क्या, उसने खुद को 45 दिनों तक शौचालय में बंद कर लिया और खाना पीना सब त्याग दिया.इस दौरान उसका दूसरा भाई जो मानसिक रूप से बीमार है. वह भी घर में बंद रहा. उसने इधर-उधर से रोटी मांगकर जैसे-तैसे अपना पेट भर रहा था. जब इसकी खबर पड़ोसियों को लगी तो उन्होंने इसकी सूचना जनसेवा दल संगठन को दी. जिसके बाद उनकी टीम मौके पर पहुंची और दोनों भाइयों का रेस्क्यू किया.
45 दिन तक खुद को शख्स ने शौचालय में किया बंद
आपको बता दें कि मिली जानकारी के अनुसार, 45 वर्षीय सुरेंद्र का पूरा परिवार पंजाबी मोहल्ला में रहता था. बचपन में ही बड़ी बहन की मौत हो गई. वहीं, कुछ समय पहले ही एक भाई जो बाहर रहकर कमाता था, उसकी भी अज्ञात कारणों से मौत हो गई. सुरेंद्र के पिता की 12 साल पहले मौत हो चुकी है तो वहीं कोविड की चपेट में आने से मां की भी मौत हो गई थी. जिसके बाद सिर्फ सुरेंद्र और उसका मानसिक रूप से बड़ा भाई विजय बचे थे. सभी भाइयों में से किसी की भी शादी नहीं हुई थी. हाल ही में हुए भाई की मौत से सुरेंद्र सदमे में चला गया था और इस दुख को वह बर्दाश्त नहीं कर पा रहा था. जिसकी वजह से उसने भी अपनी जिंदगी खत्म करने की ठान ली और खुद को शौचालय में बंद कर दिया.
भाई के मरने का दुख नहीं कर पाया बर्दाश्त
जब बहुत दिनों तक दोनों भाइयों को किसी ने नहीं देखा तो लोगों ने इसकी सूचना जनसेवा दल को दी. जब रेस्क्यू करने के टीम पहुंची तो घर की छत पर चढ़कर दोनों भाइयों को बाहर निकाला. दोनों भाइयों की स्थिति काफी दयनीय थी, कपड़े में मलमूत्र भरे हुए थे और बहुत तेज बदबू आ रही थी.
HIGHLIGHTS
- शख्स ने खुद को किया शौचालय में बंद
- 45 दिन तक रहा भूखा
- स्थिति देख कांप जाएंगे आप
Source : News Nation Bureau