हरियाणा में इस साल विधानसभा चुनाव (Haryana Assembly Elections) होने वाला है. इसे लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां तैयारी में जुट गई हैं. इस बीच राज्य में इनेलो (INLD) को बड़ा झटका है. इंडियन नेशनल लोकदल (Indian National Lok Dal) के 4 वरिष्ठ नेता और हरियाणा के एक निर्दलीय विधायक ने कांग्रेस का दामन थामा है.
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दिल्ली में इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) के नेता अशोक अरोड़ा, सुभाष गोयल, प्रदीप चौधरी, गगनजीत संधू और हरियाणा के निर्दलीय विधायक जय प्रकाश कांग्रेस में शामिल हुए. कांग्रेस के महासचिव गुलाम नबी आजाद ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई है. बताया जा रहा है कि इन नेताओं के ज्वाइन करने से कांग्रेस को विधानसभा चुनाव में मजबूती मिलेगी.
वहीं, हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने अकेले ही मैदान में उतरने का फैसला किया है. मायावती ने हाल ही में एक ट्वीट कर कहाथा कि "बसपा एक राष्ट्रीय पार्टी है, जिसके हिसाब से हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव में दुष्यन्त चौटाला की पार्टी से जो समझौता किया था, वह सीटों की संख्या व उसके आपसी बंटवारे के मामले में उनके अनुचित रवैये के कारण बीएसपी हरियाणा यूनिट के सुझाव पर समाप्त कर दिया गया है."
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गौरतलब है कि क्षेत्रीय पार्टी इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) पहले ही दो फाड़ हो चुकी है. इसी से अलग होकर पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला के पौते दुष्यंत चौटाला ने जननायक जनता पार्टी (जजपा) का गठन किया है. जजपा के साथ मायावती ने गठबंधन किया था, लेकिन अब उन्होंने इसे तोड़ने की घोषणा कर दी है.