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नासिर-जुनैद हत्याकांड: हरियाणा के नूंह में 3 दिन तक बंद रहेगा इंटरनेट, जानिए क्या है वजह?

हरियाणा सरकार ने रविवार को नूंह जिले में सांप्रदायिक तनाव और शांति भंग की आशंकाओं के चलते तीन दिनों के लिए मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं को निलंबित करने का आदेश दिया.

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Amita Kumari
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Haryana Internet closed( Photo Credit : सोशल मीडिया)

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हरियाणा सरकार ने रविवार को नूंह जिले में सांप्रदायिक तनाव और शांति भंग की आशंकाओं के चलते तीन दिनों के लिए मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं को निलंबित करने का आदेश दिया. एक आधिकारिक आदेश के अनुसार, "प्रतिबंध 26 फरवरी से 28 फरवरी, 2023 (23:59 बजे) तक प्रभावी रहेंगे."सूत्रों ने कहा कि नूंह में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है, जहां सैकड़ों लोगों ने शुक्रवार को फिरोजपुर झिरका में नूंह-अलवर राजमार्ग को जाम कर दिया और भरतपुर के दो लोगों के अपहरण और हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की, जिनके शव हरियाणा के भिवानी में मिले थे.

क्या रहेगा बंद?
आदेश के अनुसार. "हरियाणा सरकार ने मोबाइल इंटरनेट सेवाओं (2G/3G/4G/CDMA/GPRD), बल्क SMS सहित सभी एसएमएस सेवाओं और बैंकिंग और मोबाइल रिचार्ज को छोड़कर, और सभी डोंगल सेवाओं आदि को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है. जिला नूंह के क्षेत्रीय अधिकार क्षेत्र में वॉयस कॉल (Voice Call) तत्काल प्रभावी रूप चालू रहेगा."

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क्यों लागू किया गया आदेश?
आदेश में कहा गया है कि मोबाइल फोन और व्हाट्सएप (What's App), फेसबुक ट्विटर आदि जैसे विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से दुष्प्रचार और अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए अस्थायी निलंबन किया गया है.

दरअसल, शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन के कारण लगभग एक घंटे तक राजमार्ग पर भारी जाम लगा रहा, लेकिन पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित की और सड़क को खाली कराया. नूंह-अलवर हाईवे पर विरोध प्रदर्शन के बाद नूंह जिले में सिलसिलेवार विरोध प्रदर्शनों का आह्वान किया गया.

क्या है मामला?
पुलिस ने शनिवार को राजमार्ग को अवरुद्ध करने के लिए 500 से अधिक लोगों पर आरोप लगाया था. राजस्थान के भरतपुर जिले के घाटमीका गांव के दोनों निवासी नासिर और जुनैद का 15 फरवरी को गौ रक्षकों ने कथित तौर पर अपहरण कर लिया था और उनके शव अगले दिन हरियाणा के भिवानी के लोहारू में एक जली हुई कार में मिले थे.

राजस्थान पुलिस ने कहा है कि उसे प्राथमिकी में नामित आठ आरोपियों के खिलाफ ठोस सबूत मिले हैं. अधिकारियों ने कहा कि वे नूंह के अनिल और श्रीकांत, कैथल के कालू, करनाल के किशोर और शशिकांत, भिवानी के मोनू और गोगी और जींद के विकास हैं.

अधिकारियों ने कहा, "मामले में बजरंग दल के सदस्य मोनू मानेसर की भूमिका की अभी भी जांच की जा रही है." बुधवार को गिरफ्तार आरोपी रिंकू सैनी को एक अदालत में पेश किया गया जिसे 27 फरवरी तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है.

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