हरियाणा के पलवल में गैस पाइपलाइन ब्लास्ट मामले में चार गिरफ्तारियां हुई हैं. यहां गैस लीक होने के बाद हुए विस्फोट में एक दुकान में आग लग गई, जिससे दुकान मालिक हरिचंद सिंघला की जान चली गई थी. वहीं तीन अन्य लोग घायल हो गए. इस घटना में पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया है. इनमें पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट का एग्जीक्यूटिव इंजीनियर और एक सुपरवाइजर शामिल हैं.
कैसे हुआ था हादसा
मीडिया एजेंसी की मानें तो यह घटना पलवल के ओल्ड जीटी रोड की है. यहां मंगलवार को पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट द्वारा पानी की पाइपलाइन की मरम्मत का कार्य चल रहा था. इस दौरान जेसीबी मशीन का इस्तेमाल किया जा रहा था. इसी बीच उस मशीन से नजदीकी पीएनजी गैस पाइपलाइन को नुकसान पहुंचा, और गैस का रिसाव होने लगा था.
नजदीकी दुकान में लग गई आग
इसके बाद से आसपास की दुकानों में गैस लीक के कारण लोगों के बीच सनसनी फैल गई. नजदीक में स्थित चाय की दुकान में आग लग गई, जिसमें दुकान के मालिक 50 वर्षीय हरिचंद सिंघला की मौके पर ही मौत हो गई. इस हादसे में तीन लोग घायल भी हुए, जिनका इलाज चल रहा है.
मुआवजे की उठने लगी थी मांग
इस हदासे के बाद हंगामा खड़ा हो गया. सिंघला के परिवार वालों ने अस्पताल में शव लेने से इनकार कर दिया. स्थानीय व्यापारी संगठनों के लोग भी जमा हो गए और मृतक के परिवार के लिए 1 करोड़ रुपये का मुआवजा और बेटे के लिए सरकारी नौकरी की मांग की. सूचना पर अनुविभागीय मजिस्ट्रेट ज्योति और उप पुलिस अधीक्षक महेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे. उन्होंने परिवार को आश्वासन दिया कि उनकी मांगों पर विचार किया जाएगा, जिसके बाद पूरा बवाल काबू में आया.
पांच हजार घरों में गैस सुविधा बाधित
इस घटना के बाद से करीब 5,000 घरों में गैस की आपूर्ति बाधित हो गई है. मोती कॉलोनी में पीने के पानी की आपूर्ति तीन दिनों के लिए रोक दी गई है.इसके अलावा प्रशासन ने बुधवार को कई स्थानों पर खुले गड्ढों को भी बंद कर दिया, ताकि भविष्य में इस तरह के हादसे दोबारा न हो सके. इस आगजनी की घटना में दो दुकानों में रखे सामान का भी भारी नुकसान हुआ है, जिसकी कीमत करोड़ों में आंकी जा रही है.