पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में गुरमीत राम रहीम के मामले को लेकर सोमवार को सुनवाई हुई. दरअसल, गुरमीत राम रहीम को लेकर याचिका लगाई गई थी कि जो गुरमीत राम रहीम आजकल वीडियो जारी कर रहा है. वह नकली है और असली गुरमीत राम रहीम को अगवा कर लिया गया है. इस मामले की सुनवाई करते हुए जज ने कहा कि शायद वकील ने वैज्ञानिक फिक्शन वाली फिल्म देख ली है. जज ने कहा केस वापस लो या खारिज होगा. कोर्ट ने कहा कि पेरोल पर 17 को आए हैं राम रहीम, कैसे अगवा हो गए?
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कोर्ट ने कहा कि ऐसे केस सुनने के लिए नहीं बनी है. हरियाणा सरकार ने कहा कि राम रहीम को पुख्ता सुरक्षा दी गई है. ऐसा नहीं हो सकता कि उसे अगवाह किया जाए. जज ने वकील को बोला कि वकील इस मामले की पिटिशन को डालते हुए अपना दिमाग इस्तेमाल करते, क्या ह्यूमन क्लोनिंग संभव है? सब अखबार और टीवी में ये सब चल रहा है. फिल्मी बातें मत करो, जिसके बाद HC ने राम रहीम के नकली होने की याचिका खारिज की.
इस मामले में मीडिया से बात करते हुए गुरमीत राम रहीम के प्रवक्ता और अधिवक्ता जितेंद्र खुराना ने कहा कि इस तरीके की याचिका लगाकर डेरा सच्चा सौदा को बदनाम करने की कोशिश हो रही है. उन्होंने कहा कि यह जो लोग हैं यह ऐसी याचिका लगाकर डेरा सच्चा सौदा के अन्य मामलों को भी प्रभावित करने का प्रयास कर रहे हैं.
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इधर, राम रहीम को लेकर हाईकोर्ट में याचिका दायर करने वाले अशोक कुमार ने कहा कि हम याचिका खारिज होने के बाद अब सुप्रीम कोर्ट का रुख करेंगे. हम अब सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल करेंगे, क्योंकि हमें पूरा यकीन है कि बाबा राम रहीम को बदल दिया गया है और इस वक्त जो बागपत के आश्रम में जो राम रहीम हैं वह नकली और डुप्लीकेट हैं.