रेवाड़ी गैंगरेप केस को लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने पुलिस कार्रवाई पर सवाल खड़े किए हैं.एनसीडब्लू की फैक्ट फाइंडिंग टीम ने अपनी रिपोर्ट में रेवाड़ी पुलिस की ओर से एक्शन लेने में देरी की बात कही है. इसके साथ ही लापरवाही का भी आरोप लगाया है.
रेवाड़ी गैंगरेप केस में एनसीडब्ल्यू की फैक्ट फाइंडिंग टीम कहती है, 'तत्काल कार्रवाई करने में राज्य पुलिस की तरफ से देरी हुई थी. 13 सितंबर को 3.30 बजे जीरो एफआईआर दर्ज की गई थी और 7.17 बजे इसे ट्रांसफर किया गया. इसके साथ ही क्राइम सीन भी सील नहीं किया गया था. परिवार के लोगों ने घटना में 10-12 लोगों के शामिल होने का शक जताया.'
बता दें कि हरियाणा के रेवाड़ी में 19 साल की युवती के साथ कथित सामूहिक दुष्कर्म मामले में सेना के एक जवान पर आरोप लगा है. पुलिस ने आर्मी जवान को इस मामले का मुख्य आरोपी बताया है. हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) बी एस बंधु ने बताया कि इस मामले में तीन आरोपियों में राजस्थान में तैनात आर्मी जवान भी मुख्य आरोपी है. हमने उनके खिलाफ वारंट जारी किया है.
ये है पूरा मामला
लड़की ने आरोप लगाया है कि महेंद्रगढ़ जिले में उसके साथ युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया. पीड़ित के माता-पिता ने आरोप लगाया कि पुलिस मामले में कार्रवाई नहीं कर रही है और इसमें लापरवाही कर रही है. पीड़िता ने तीनों युवकों की पहचान बताई थी. पीड़िता ने बताया था कि युवकों ने उसे पीने के लिए पानी दिया, जिसमें नशीला पदार्थ मिला हुआ था. छात्रा ने कहा था कि तीनों ने उसके साथ कनीना गांव में दुष्कर्म किया और बाद में गांव के निकट बस स्टॉप के पास फेंक दिया.
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Source : News Nation Bureau