हरियाणा के स्पेशल सीबीआई जज सुधीर परमार को मनी लॉन्ड्रिंग केस में प्रवर्तन निदेशालय ने अरेस्ट कर लिया है. उन्हें इससे पहले भ्रष्टाचार के मामले में सस्पेंड कर दिया गया था. उन पर रियल एस्टेट कंपनी आईआरईओ ग्रुप और एम3एम ग्रुप से जुड़े एक केस में रिश्वत लेने का आरोप लगा है. उन्हें गुरुग्राम से प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट(PMLA) के तहत गिरफ्तार किया है. माना जा रहा है कि उन्हें 11 अगस्त को कोर्ट में समक्ष पेश किया जा सकता है.
अप्रैल 2023 में केस दर्ज हुआ
ईडी ने इससे पहले सुधीर परमार के भतीजे अजय परमार, रियल एस्टेट कपंनी के दो मालिकों बसंत बंसल और पंकज बंसल और आईआरईओ के मालिक एवं एमडी ललित गोयल को अरेस्ट कर चुकी है. मनी लॉन्ड्रिंग का ये केस अप्रैल 2023 में हरियाणा पुलिस के एंटी करप्शन ब्यूरों द्वारा पंचकूला के मनी लॉन्ड्रिंग कोर्ट में स्थापित विशेष सीबीआई जज सुधीर परमार, उनके भतीजे अजय परमार के खिलाफ केस दर्ज किया था.
दर्ज केस के मुताबिक
दर्ज केस के अनुसार, ईडी का कहना था कि गुप्त जानका्री मिली थी कि सुधीर परमार के आपराधिक और अन्य केस में आरोपियों रूप कुमार बंसल, उनके भाई बंसत बंसल और आईआरईओ के ललित गोयल की हेल्प कर रहे थे. इन सभी आरोपियों की केस उनकी ही अदालत में पेंडिंग था. ईडी ने जानकारी दी कि एफआईआर में लिखा है कि अपने पद का दुरुपयोग और अदालत में आरोपियों के केस में गैर कानून लाभ या पैसे की मांग गई. इस मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद पंजाब एंव हरियाणा ने जज सुधीर परमार को पद से हटा दिया था. ईडी अब सुधीर को कोर्ट में पेश करेगी और ज्युडिशियल कस्टडी की मांग करेगी. ईडी पूछताछ में ये जानने की कोशिश करेगी सुधीर परमार ने इसके पहले और कितने मामलों में करप्शन की और पैसे लेकर गलत फैसला सुनाया है.
Source : News Nation Bureau