हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच चल रही बातचीत विफल हो गई है. कांग्रेस सिर्फ 3 सीट ही देने को राजी थी, इसपर आम आदमी पार्टी ने फैसला मानने से इनकार कर दिया है. वहीं, केजरीवाल की पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है. पहली लिस्ट में 20 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा गया है. सूत्रों की मानें तो आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच बातचीत इसलिए विफल हो गई, क्योंकि आम आदमी पार्टी डबल डिजिट यानि 10 या 10 से अधिक सीटें मांग रही थी और कांग्रेस 3 से अधिक सीट से अधिक देने को तैयार नहीं थी.
इसके बाद आम आदमी पार्टी ने पहली लिस्ट जारी कर दी है. बता दें कि इससे पहले AAP के हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष सुशील गुप्ता ने सोमवार (9 सितंबर) को ऐलान किया था कि कि अगर शाम तक कोई समझौता नहीं हुआ तो उनकी पार्टी सभी 90 विधानसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर देगी.
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आप ने की पूरी तैयारी
वहीं, चुनावों को लेकर आम आदमी पार्टी की हरियाणा में पूरी तैयारी बताई जा रही है. पार्टी हाईकमान से इजाजत मिलने के बाद आम आदमी पार्टी की सूची सामने आ जाएगी. जो लोग संगठन का काम जमीन पर कर रहे हैं, वह लोग अरविंद केजरीवाल से चर्चा करके इस मामले में आगे बढ़ने वाले हैं. संदीप पाठक और सुशील गुप्ता हरियाणा का काम संभाल रहे हैं.
हमारे पास बहुत कम समय शेष है: संजय सिंह
हरियाणा चुनाव को लेकर आप और कांग्रेस के बीच गठबंधन की चर्चा पर आप नेता संजय सिंह का कहना है कि अब हमारे पास बहुत कम समय शेष है. नामांकन की तिथि 12 सितंबर है. आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस के बीच गठबंधन होते-होते रह गया. इस समय मुद्दा बस इतना नहीं है कि कुल कितनी सीटें दी जानी हैं, बल्कि यह भी है कि कौन सीटें किसके हिस्से जाएंगी. शुरुआती दौर में आम आदमी पार्टी ने 90 सीटों में से कम से 10 सीटों मांगी थीं.