देश का सबसे बड़ा राष्ट्रीय कैंसर संस्थान हरियाणा के झज्जर में बन कर तैयार हो गया है. हालांकि अभी विधिवत उद्घाटन होना बाकी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों फरवरी माह के शुरुआत में इसका विधिवत उद्घाटन होने की उम्मीद है. राष्ट्रीय कैंसर संस्थान बाढ़सा में 300 एकड़ भूमि में फैले राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान संस्थान पार्ट -2 के एक हिस्से में बनाया गया है. करीब 60 एकड़ में फैले राष्ट्रीय कैंसर संस्थान में हर साल करीब 5 लाख मरीजों के उपचार की व्यवस्था की गई है. राष्ट्रीय कैंसर संस्थान का निर्माण 3 चरणों में हो रहा है. पहले चरण का काम लगभग पूरा हो चुका है. पहले चरण के काम के बाद 250 मरीजों के लिए बेड की व्यवस्था की गई है.
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फिलहाल हर रोज ओपीडी में करीब 80 से 100 मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं. जिन्हें डॉक्टरी परामर्श के साथ रेडियोथैरेपी, कीमोथेरेपी और लैब की आधुनिक सुविधाएं दी जा रही है. राष्ट्रीय कैंसर संस्थान में डॉक्टरों की तैनाती भी कर दी गई है. टेक्निकल और नॉन टेक्निकल स्टाफ भी 24 घंटे ड्यूटी पर तैनात हो गया है. फिलहाल इसके उद्घाटन की तैयारियों के मद्देनजर कार्य को अंतिम रूप दिया जा रहा है. ताकि जल्द से जल्द काम पूरा हो और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों राष्ट्रीय कैंसर संस्थान को जनता को समर्पित करवाया जा सके. कैंसर संस्थान में आ रहे मरीज भी बेहद खुश हैं. मरीजों के तीमारदारओं का कहना है कि इस तरह की व्यवस्था झज्जर में होने से ना केवल आसपास के लोगों को फायदा होगा. बल्कि दूरदराज और दूर के प्रदेशों से आने वाले मरीजों को भी लाभ मिलेगा.
बाढ़सा के राष्ट्रीय कैंसर संस्थान में अब तक सबसे अत्याधुनिक तकनीकी मशीनें उपलब्ध करवाई गई हैं. लैब में हर रोज 60 हजार सैंपल की जांच की जा सकती है. 25 मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर बनाए गए हैं. आधुनिक बेड की सुविधा भी दी गई है. राष्ट्रीय कैंसर संस्थान का दूसरा चरण दिसंबर 2019 तक पूरा किया जाना है. जिसके पूरा होने के बाद ढाई सौ बेड की संख्या बढ़कर 500 बेड हो जाएगी और उसके बाद अंतिम चरण का काम दिसंबर 2020 तक पूरा किया जाएगा. जिसके बाद राष्ट्रीय कैंसर संस्थान में 710 मरीजों के लिए बेड उपलब्ध हो जाएंगे. यह संस्थान प्रदेश के कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ के ग्रह हल्के बादली के गांव में बनाया गया है. धनखड़ का कहना है कि राष्ट्रीय कैंसर संस्थान के आने से यह इलाका बेहद तेजी से विकसित होगा और लोगों को इसका पूरा फायदा मिलेगा.
बाढ़सा के विश्व स्तरीय अत्याधुनिक राष्ट्रीय कैंसर संस्थान में प्रोटॉन थेरेपी से भी कैंसर के मरीजों का इलाज किया जाएगा. इसके लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी की जा रही है ताकि आने वाले 2 साल के अंदर अंदर यहां पर प्रोटोन थेरेपी की मशीन लग कर मरीजों को सुविधा मिलनी शुरू हो जाएगा. राष्ट्रीय कैंसर संस्थान में बोन मैरो ट्रांसप्लांट भी किया जाएगा. इसके अलावा लगभग 100 तरह के कैंसर का इलाज यहां पर किया जाना है.
Source : News Nation Bureau