Advertisment

दुनिया की पहली इलेक्ट्रिफाइड रेल सुरंग हरियाणा में तैयार, ये है इसकी खासियत

वेस्टर्न फ्रेट कॉरिडोर (Western Freight Corridor) की सबसे बड़ी रुकावट ख़त्म हो गयी है. अरावली की पहाड़ियों को चीरने के लिए जैसे ही यहां धमाका किया गया, सभी कर्मचारी खुशी से झूम उठे.

author-image
Kuldeep Singh
New Update
tunnel

दुनिया की पहली इलेक्ट्रिफाइड रेल सुरंग हरियाणा में तैयार, ये है खासियत( Photo Credit : फाइल फोटो)

Advertisment

वेस्टर्न फ्रेट कॉरिडोर (Western Freight Corridor) की सबसे बड़ी रुकावट ख़त्म हो गयी है. अरावली की पहाड़ियों को चीरने के लिए जैसे ही यहां धमाका किया गया, सभी कर्मचारी खुशी से झूम उठे. हरियाणा के सोहना (Sohna) में मेवात इलाके में पड़ने वाली यह सुरंग वेस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर की सबसे बड़ी सुरंग है. इसकी लंबाई करीब एक किलोमीटर है. डायनामाइट ब्लास्ट (Dynamite Blast) के साथ ही इसका सोहना छोर और पृथला छोर एक दूसरे से मिल गया. इस सुरंग की सबसे बड़ी खासियत ये है कि यह दुनिया की पहली ऐसी इलेक्ट्रिफाइड रेल सुरंग जिसमें डबल स्टेक कंटेनर चल सकेंगी. यानी इसकी ऊंचाई इतनी रखी गयी है कि एक ऊपर लदा एक कंटेनर भी इस सुरंग गुजर पायेगा.

यह भी पढ़ेंः अयोध्या पहुंचे CM योगी, राम मंदिर निर्माण और भूमि पूजन की तैयारियों का लेंगे जायजा

दादरी तक आएगी लाइन
यह सुरंग मालगाड़ी के लिए बन कही लाइन को दादरी तक लेकर जाएगी. जवाहर लाल नेहरू पोर्ट से दादरी तक का ये प्रोजेक्ट अगले साल तक पूरा होने की उम्मीद है. भारतीय रेल मालगाड़ियों को चलाने के लिए एक खास कोरिडोर तैयार कर रहा है. इस लाइन पर न केवल मालगाड़ियां सरपट दौड़ेंगी बल्कि मौजूदा लाइन से बड़ी संख्या में मालगाड़ियां इस फ्रेट कॉरिडोर पर चलाई जायेंगीं. और रेल ट्रैक पर लोड कम होने से यहां ट्रेनें भी सही समय पर चल सकेंगीं.

यह भी पढ़ेंः 'दिल बेचारा' की रिलीज के साथ क्रैश हो गई थी डिज्नी हॉटस्टार!, फिल्म ने बनाया ये रिकॉर्ड

ईस्टर्न कॉरिडोर पश्चिम बंगाल में कोलकाता के पास दानकुनी से पंजाब के लुधियाना को जोड़ रहा है. यह कोरिडोर करीब 1856 किलोमीटर लंबा है. यह कॉरिडोर पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब को जोड़ेगा. जबकि वेस्टर्न कॉरिडोर उत्तर प्रदेश के दादरी से मुंबई के जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट तक फैला है. 1506 किलोमीटर लंबाई वाली इस लाइन से पूरे एनसीआर, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र को बड़ा लाभ मिलने वाला है. इन दोनों कॉरिडोर का काम साल 2021 तक पूरा होने की उम्मीद है.

Source : News Nation Bureau

INDIAN RAILWAYS Mewat DFC tunnel
Advertisment
Advertisment