Haryana Vidhan Sabha Chunav 2024: हरियाणा में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी माहौल गरमा चुका है. शुक्रवार को निर्वाचन आयोग विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है. प्रदेश में पिछला विधानसभा चुनाव 2019 में हुआ था, जिसमें भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरकर सरकार बनाई थी. हालांकि, पिछले पांच सालों में राज्य के राजनीतिक समीकरण काफी बदले हैं. इस बार चुनाव में नए वोटर्स की संख्या भी बढ़ी है, जो चुनावी परिणामों को प्रभावित कर सकते हैं.
बढ़े नए मतदाता और फर्स्ट टाइम वोटर्स
आपको बता दें कि हरियाणा में इस बार मतदाताओं की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है. हालिया आंकड़ों के अनुसार, राज्य में पांच लाख से ज्यादा नए मतदाताओं ने पंजीकरण कराया है. इनमें 18-19 वर्ष के 1,41,290 नए युवा मतदाता शामिल हैं, जो पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. निर्वाचन आयोग चुनाव तारीखों के ऐलान के साथ ही मतदाताओं का ताजा आंकड़ा भी जारी करेगा. 2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान हरियाणा में कुल मतदाताओं की संख्या 1.97 करोड़ थी, जिसमें 1.05 करोड़ पुरुष और 92.50 लाख महिला मतदाता थे. गुरुग्राम लोकसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा मतदाताओं की संख्या दर्ज की गई थी, जहां कुल वोटरों की संख्या 25 लाख से अधिक थी.
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गिरती वोटिंग प्रतिशत और चुनावी चुनौती
हालांकि, मतदाताओं की संख्या में वृद्धि के बावजूद राज्य में वोटिंग प्रतिशत में गिरावट देखी गई थी. 2024 के लोकसभा चुनाव में हरियाणा में मात्र 64.80 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया था, जो कि पिछले चुनावों की तुलना में पांच प्रतिशत कम था. यह गिरावट राजनीतिक दलों के लिए चिंता का विषय है, क्योंकि यह मतदाताओं में उत्साह की कमी का संकेत देती है. आगामी विधानसभा चुनाव में सभी दल इस चुनौती से निपटने की कोशिश में जुटे हैं, ताकि ज्यादा से ज्यादा वोटर्स मतदान करें.
हरियाणा का राजनीतिक समीकरण
वहीं हरियाणा की कुल 90 विधानसभा सीटों में से 73 सीटें सामान्य श्रेणी में आती हैं, जबकि 17 सीटें अनुसूचित जाति के प्रत्याशियों के लिए आरक्षित हैं. 2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी 40 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी थी, जबकि कांग्रेस ने 31 सीटें जीती थीं. बहुमत न मिलने के कारण बीजेपी ने जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के साथ गठबंधन कर सरकार बनाई, जिसकी 10 सीटें थीं. बीजेपी ने पिछले दो विधानसभा चुनावों में लगातार जीत हासिल की है, लेकिन हालिया लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने उसे कड़ी टक्कर देते हुए पांच सीटों पर जीत दर्ज की थी.
बदले समीकरण और कड़ी टक्कर
इसके अलावा आगे आपको बता दें कि हरियाणा के राजनीतिक परिदृश्य में बीजेपी और कांग्रेस के बीच मुकाबला इस बार और भी दिलचस्प होने की संभावना है, जहां बीजेपी अपनी सत्ता बरकरार रखने की कोशिश में है. वहीं कांग्रेस इस बार पूरी ताकत से मैदान में उतरकर सत्ता में वापसी की उम्मीद कर रही है. नए वोटर्स और बदले राजनीतिक समीकरणों के बीच यह देखना दिलचस्प होगा कि हरियाणा की जनता किसे अपना अगला नेता चुनती है.