‘सिख फॉर जस्टिस’ (Sikh For Justice) के लिए काम करने वाले दो युवकों ने पुलिस के सामने पूछताछ में खुलासा किया है कि उन्हें अमेरिका में रहने वाले युवक से हथियार खरीदने के पैसे मिले थे. हरियाणा पुलिस ने 23 दिसंबर को करनाल के नजदीक इन दो युवकों को हथियार के साथ गिरफ्तार किया था. पुलिस ने बताया कि पूछताछ के दौरान उन्होंने खुलासा किया है कि वे अमेरिका में रहने वाले गुरमीत सिंह के संपर्क में थे.
मनीग्राम के जरिए भेजे गए पैसे
हरियाणा पुलिस के मुताबिक, “आरोपी युवकों ने कबूल किया है कि गुरमीत सिंह ने उनके खाते में मनीग्राम के जरिये लाखों रुपये भेजे थे. उन्होंने बताया कि गुरमीत ने उन्हें हथियार खरीदकर कथित रूप से सिख धर्म के खिलाफ बोलने वाले दो युवकों की हत्या करने को कहा था.” दोनों युवकों को पुलिस ने उस वक्त गिरफ्तार किया था जब दोनों हथियार खरीदकर लौट रहे थे.
अमेरिका स्थित ‘सिख फॉर जस्टिस’ (SFJ) एक अलगाववादी समूह है जो खालिस्तान की मांग का समर्थन करता है. भारत सरकार ने देशविरोधी गतिविधियों के कारण इस संगठन पर पिछले साल ही बैन लगा दिया था.
गौरतलब है कि इसी महीने NIA (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) ने इस संगठन के ‘रेफरेंडम 2020’ के बैनर तले अलगाववादी अभियान शुरू करने के आरोप में 16 विदेशी व्यक्तियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी. NIA ने कहा था कि ये सभी खालिस्तानी आरोपी अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और ब्रिटेन में बैठकर भारत के खिलाफ साजिश रच रहे हैं.
NIA ने बताया था कि SFJ भारत के खिलाफ विद्रोह फैलाने के लिए भारतीय सेना में सिख कर्मियों को उकसाकर भारत की सुरक्षा को कम करने का प्रयास कर रहा है. बता दें कि सिख फॉर जस्टिस सोशल मीडिया, फोन कॉल, फेसबुक, ट्विटर, यूट्यूब, वेबसाइट के जरिये प्रोपेगैंडा फैलाने में लगा हुआ है. ये लोग शांति और सद्भाव में खलल डालना और आतंकवादी गतिविधियों के लिए धन जुटाने के काम में लिप्त हैं.
Source : News Nation Bureau