Himachal Cloud Burst: हिमाचल प्रदेश में कुदरत का कहर जारी है. राज्य के कई जिलों में भारी बारिश हो रही है. जिससे भूस्खलन होने की घटनाएं भी बढ़ गई हैं. इस बीच खबर आई है कि लाहौल और स्पीति में बादल फटने से बाढ़ आ गई. जिसके चलते दारचा-शिंकू ला रोड पर बना पुल बह गया है. इसके साथ ही एक महिला के भी बाढ़ में बहने की खबर है. बताया जा रहा है कि शुक्रवार रात अचानक के इलाके में बादल फटने की घटना हुई. जिससे बाढ़ आ गई. कई वाहन मलबे में दब गए और एक महिला की मौत हो गई.
येशे जांग्मो में बही महिला
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, बाढ़ आने की वजह से येशे जांग्मो में एक महिला बह गई. उसके बाद बचावकर्मियों ने उसका शव बरामद किया है. जबकि मलबे में दबी गाड़ी में कोई इंसान बरामद नहीं हुआ. बादल फटने की ये घटना शिमला, मंडी और कुल्लू जिलों में बाढ़ आने के दो दिन बाद हुई है, जिसमें आठ लोगों की मौत हो गई थी और 45 लोग लापता हो गए थे.
ये भी पढ़ें: 'जलवायु परिवर्तन के साथ पोषण एक बड़ी चुनौती', ICAE के सम्मेलन में बोले पीएम मोदी
राहत बचाव अभियान जारी
लाहौल-स्पीति जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक, सीमा सड़क संगठन दारचा-शिंकू ला सड़क पर यातायात बहाल करने के लिए लगातार काम चल रहा है. साथ ही रेस्क्यू ऑपरेशन भी जारी है. उन्होंने बताया कि, "दारचा-शिंकू ला सड़क पर दारचा से 16 किमी दूर बादल फटने से पुल बह गया है. जिससे सड़क मार्ग बंद हो गया है. जिसकी मरम्मत करने में अभी तीन दिन का और वक्त लगेगा."
ये भी पढ़ें: Manu Bhaker: पेरिस ओलंपिक में तीसरा पदक जीतने से चूकीं मनु भाकर
ड्रोन के जरिए की जा रही लापता लोगों की तलाश
उधर शिमला जिले के रामपुर उपमंडल के समेज में बचाव अभियान चल रहा था, जहां बुधवार रात बादल फटने से अचानक बाढ़ आ गई थी. यहां कई लोग लापता हो गए थे. ड्रोन के जरिए लापता लोगों की तलाश की जा रही है. शनिवार को सीआईएसएफ के जवानों ने समेज में लोगों के घरों से उनकी संपत्ति बरामद की थी. सीआईएसएफ के हेड कांस्टेबल राजेश कुमार ने बताया कि, "हम दो दिन पहले यहां हुई त्रासदी के बाद घरों में फंसी संपत्तियों को बरामद कर रहे हैं."
ये भी पढ़ें: कश्मीर में आतंकी फंडिंग से जुड़े रैकेट का भंडाफोड़, आतंकवादियों की मदद कर फंसे पुलिसकर्मी और शिक्षक