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हिमाचल में 17 घंटे के ऑपरेशन के बाद 15 लाख अफीम के पौधे जब्त

एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि सत्यापन के बाद, 12 मई को एक विशेष अभियान की योजना बनाई गई थी. जब पुलिस दल पधार में तिककेन उप-तहसील के तहत गढ़ गांव में पहुंचे, तो उन्हें सबसे पहले खसखस के पौधों से ढकी हुई जमीन मिली.

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Ritika Shree
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poppy plant ( Photo Credit : आइएएनएस)

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हिमाचल प्रदेश पुलिस ने हिमांक बिंदु के करीब पारा गिरने के साथ ही भारी बारिश के बीच 17 घंटे के लंबे ऑपरेशन में ऊंचे पहाड़ों में,10 करोड़ रुपये के 15 लाख से ज्यादा के उगाए गए अफीम के पौधे जब्त किए हैं, यह अवैध रूप से मंडी जिले के अंदरूनी हिस्सों में एक बड़े हिस्से में फैला हुआ है. इसकी जानकारी पुलिस ने शुक्रवार को दी. मंडी जिले के चौहार घाटी में खसखस (अफीम) के पौधों की खेती के बारे में एक क्षेत्र की खुफिया रिपोर्ट से पता चला था कि अफीम की खेती के लिए सरकारी और निजी भूमि वाले बड़े क्षेत्र का उपयोग किया जा रहा था. इसके बाद, सूचना को सत्यापित करने के लिए पधार पुलिस स्टेशन के नेतृत्व में एक विशेष टीम को तैनात किया गया था. एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि सत्यापन के बाद, 12 मई को एक विशेष अभियान की योजना बनाई गई थी. जब पुलिस दल पधार में तिककेन उप-तहसील के तहत गढ़ गांव में पहुंचे, तो उन्हें सबसे पहले खसखस के पौधों से ढकी हुई जमीन मिली. आगे बढ़ने पर, वे तीन पहाड़ियों को सफेद फूलों के कालीनों की तरह देख कर हैरान रह गए. करीब से जांच करने पर, उन्होंने पाया कि सभी पहाड़ियों पर खसखस के पौधे पूरी तरह से खिले हुए थे.

पुलिस ने कहा, भारी बारिश और ओलावृष्टि ने टीमों की आगे की आवाजाही को बाधित कर दिया, लेकिन कुछ समय इंतजार करने और यह महसूस किया की बारिश रुकने का इंतजार करने का कोई फायदा नहीं है, खासकर जब क्षेत्र में उनकी उपस्थिति की खबर फैल गई, तो वे आगे बढ़ गए. टीमों ने एक-एक करके तीन पहाड़ियों पर चढ़ाई की और पहली पहाड़ी तक पहुँचने के लिए लगभग तीन घंटे तक ट्रैक करना पड़ा. जैसे ही पुलिस की छापेमारी की खबर आस-पास के इलाकों में तेजी से फैली, कुछ स्थानीय लोगों ने खुद ही एक जगह पर खसखस के पौधों को उखाड़ना शुरू कर दिया, लेकिन पुलिस की समयबद्ध कार्रवाई ने ऐसे सभी प्रयासों को नाकाम कर दिया. कुल मिलाकर, लगभग 66 'बीघा' सरकारी और निजी भूमि स्थानीय पटवारी और प्रधान की सहायता से पोस्त के पौधों की अवैध खेती के अधीन पाई गई.स छापेमारी के दौरान अवैध रूप से उगाई गई अफीम के लगभग 15 लाख पौधे मिले और हर स्थान से नमूने जब्त किए गए. बाकी पौधों के विनाश की प्रक्रिया पूरी हो गई है. पूरा ऑपरेशन 13 मई को खत्म हो गया. एनडीपीएस अधिनियम की धारा 18 के तहत चार मामले दर्ज किए गए हैं और आगे की जांच जारी है. अनुमान के मुताबिक एक बीघा जमीन में 5-6 किलो अफीम पैदा होती है, जो करीब 300,00 रुपये प्रति किलो बिकती है.

HIGHLIGHTS

  • खसखस (अफीम) के पौधों की खेती के बारे में एक क्षेत्र की खुफिया रिपोर्ट से पता चला
  • अफीम की खेती के लिए सरकारी और निजी भूमि वाले बड़े क्षेत्र का उपयोग किया जा रहा था

Source : IANS

himachal Smuggling operation poppy plants seized
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