चुनाव अधिकारियों ने बताया कि नब्बे वर्षीय नजरिम मणि और उनकी 87 वर्षीय पत्नी ने शनिवार को हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के कल्पा गांव में 1890 में खोले गए एक स्कूल के मतदान केंद्र पर वोट डाला. किन्नौर विधानसभा क्षेत्र में राज्य की राजधानी से लगभग 275 किमी दूर कल्पा में सरकारी प्राथमिक विद्यालय, जिले का पहला स्कूल था. उन्होंने मतदान के बाद अपनी र्झुीदार स्याही वाली उंगली को लहराया. मणि ने वोट डालने के बाद राज्य के मतदाताओं से लोकतंत्र के इस पर्व में पूरे जोश के साथ भाग लेने की अपील की.
राज्य में 50 लाख से अधिक मतदाता एकल चरण के मतदान में अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे जो सुबह 8 बजे शुरू हुआ और शाम 5 बजे तक चलेगा. मणि स्वतंत्र भारत के पहले मतदाता 106 वर्षीय श्याम सरन नेगी के पैतृक स्थान से ताल्लुक रखते थे, जिनका खराब स्वास्थ्य के कारण मतपत्र द्वारा मतदान करने के तीन दिन बाद 5 नवंबर को निधन हो गया था. 14वें विधानसभा चुनाव में यह उनका 34वां वोट था.
आधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार, नेगी ने 1951-52 के आम चुनावों में भी भाग लिया था, जो देश का पहला चुनाव था. लोकतंत्र में ²ढ़ विश्वास रखने वाले शतायु कभी भी किसी भी चुनाव में अपना वोट डालने से नहीं चूके, चाहे वह लोकसभा, विधानसभा या पंचायत हो. विधानसभा चुनाव में 412 उम्मीदवारों में से 24 महिलाएं और 388 पुरुष हैं.
कुल 55,92,828 मतदाता अपने प्रतिनिधियों का चुनाव करेंगे. उनमें से, 193,106 18-19 वर्ष की आयु के पहली बार के मतदाता हैं. 80 साल से ऊपर के 121,409 मतदाता हैं, जबकि 56,501 अन्य विकलांग हैं. मुख्य मुकाबला भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के बीच है.
Source : IANS