हिमाचल प्रदेश विधानसभा में बजट सत्र (Himachal Assembly Budget Session) की कार्रवाई फिर से आरंभ हुई है. यहां पर बजट पेश हो गया है. ऐसे में सुक्खू सरकार पर आया सियासी संकट कुछ वक्त के लिए टल चुका है. इस दौरान बजट पारित करते समय बागी विधायकों ने सदन की कार्यवाही में भाग नहीं लिया. वहीं विपक्ष ने कार्यवाही का बॉयकॉट करते हुए वॉकऑउट कर दिया. आपको बता दें कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा की कार्यवाही सुबह 11 बजे से आरंभ हो गई थी. इसकी शुरुआत में स्पीकर ने भाजपा के 15 विधायकों को सदन से निष्कासित कर दिया. इस दौरान जमकर हंगामा होता देखा गया. इसके बाद फिर से डेढ़ बजे के करीब विधानसभा की कार्यवाहीं आरंभ हो गई.
सीएम सुक्खू समेत कांग्रेस के 34 विधायक सदन में पहुंचे. इस बीच संसीय कार्य मंत्री हर्ष वर्धन चौहान का कहना था कि कांग्रेस पार्टी ने व्हिप जारी किया है. सभी विधायक बजट पास करते वक्त सदन में उपस्थित रहें. मगर छह विधायक मौजूद नहीं रहे.
कर्मचारियों से कागज छीनकर फेंका
सीएम ठाकुर सुखविंदर सिंह के अनुसार, कर्मचारियों से कागज छीनकर फेंका गया है. उनके विधायकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए. इसके साथ सदन में नाचने वाले विधायकों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जरूरत है. उन्होंने कहा कि भाजपा के पूर्व सीएम जयराम ठाकुर को सत्ता की भूख है. विधानसभा अध्यक्ष के अनुसार, विधायकों के निष्कासन के बाद भी सदन में रहना नियमों के विरुद्ध है. इसके बाद हिमाचल प्रदेश का साल 2024-25 का बजट पारित हुआ.
जमकर हंगामा
सदन में जैसे ही 12 बजे भाजपा विधायक सदन में पहुंचे तो उन्हें मार्शल ने दबोच लिया. सभी को एक-एक करके मार्शल सदन से बाहर लेकर जा रहे थे. वहीं नेता प्रतिपक्ष को उठाने की हिम्मत मार्शल नहीं जुटा पाए. इस दौरान रणधीर शर्मा अपनी सीट पर बैठे रहे. इसके कुछ देर बाद उनकी तबीयत खराब हुई. करीब पौने दो घंटों तक सदन में हंगामा जारी रहा.
तीन ऑब्जर्वर को भेजा
कांग्रेस आलाकमान ने इस मामले से निपटने को लेकर तीन ऑब्जर्वर को भेजे हैं. ये सब शिमला पहुंच चुके हैं. दोपहर एक बजे के आसपास चंडीगढ़ से ये निकले. वहीं कांग्रेस के छह बागी और तीन निर्दलीय विधायक भाजपा के विधायकों के संग गाड़ियों में निकल गए. हालांकि, यह अभी तक पता नहीं चला है कि ये कहा गए हैं.
Source : News Nation Bureau