हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश ने कहर बरपा रखा है. शिमला, कांगड़ा, चंबा, मंडी में मूसलाधार बारिश का सबसे अधिक असर देखा जा रहा है. राज्य में बीते 24 घंटों में भारी बारिश के कारणा 30 से ज्यादा मामले सामने आए हैं. इनमें से 22 लोगों की मौत हो गई, वहीं 6 लापता बताए गए हैं. आपदा प्रबंधन विभाग के निदेशक सुदेश कुमार मोख्ता के अनुसार सबसे ज्यादा नुकसान मंडी, कांगड़ा और चंबा जिलों में हुआ है. उन्होंने बताया कि मंडी में मनाली-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग और शिमला-चंडीगढ़ राजमार्ग सहित 743 सड़कों पर यातायात को रोक दिया गया है. उपायुक्त अरिंदम चौधरी ने कहा कि अकेले मंडी में भारी बारिश की वजह से अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन में 13 लोगों की मौत हो गई. वहीं छह लापता हो गए.
मंडी में मकान ढहा
भारी बरसात के कारण मंडी में एक मकान ढहने से सात लोगों की दबने से मौत हो गई. वहीं दो के शव रिकवर हुए हैं. कांगड़ा में अग्रेजों के समय की एक रेल लाइन का चक्की ब्रिज ध्वस्त हो गया. चंबा में कई जगहों पर भूस्खलन की सूचना है. राज्य में 30 से अधिक जगहों पर नुकसान की रिपोर्ट है. राज्य की 336 छोटी-बड़ी सड़कें भारी बरसात के कारण बंद हो गई हैं. 1525 ट्रांसफार्मर्स भी बंद पड़े हैं. इस स्थिति पर सरकार ने पूरी तरह से नजर बनाई हुई है.
HIGHLIGHTS
- भूस्खलन में 13 लोगों की मौत हो गई
- शिमला-चंडीगढ़ राजमार्ग पर यातायात को रोक दिया गया
- राज्य की 336 छोटी-बड़ी सड़कें भारी बरसात के कारण बंद हैं
Source : News Nation Bureau