Politics: मस्जिद पर आमने-सामने आए ओवैसी और कांग्रेस, हिमाचल सरकार ने कहा- देवभूमि में किसी के साथ अन्याय नहीं होता

हिमाचल प्रदेश के कैबिनेट मंत्री ने सांसद असदुद्दीन ओवैसी को नसीहत दी है. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश देवभूमि है. हमारे यहां किसी के साथ भेदभाव नहीं होता.

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Jalaj Kumar Mishra
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Owaisi and Vikramaditya

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कांग्रेस और असदुद्दीन ओवैैसी फिर एक बार आमने सामने आ गए हैं. मामला एक मस्जिद से जुड़ा हुआ है. दरअसल, हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के संजौली की निर्माणाधीन मस्जिद को लेकर विवाद हो गया है. कांग्रेस नेता और हिमाचल के कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने ओवैसी के बयान पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में मोहब्बत की दुकान है. नफरत की नहीं. हमारे यहां किसी के लिए भी नफरत नहीं हैं.

पहले जानिए, क्या बोले थे असदुद्दीन ओवैसी

बता दें, हाल में ओवैसी ने हिमाचल प्रदेश सरकार पर निशाना साधा था. हिमाचल केे शहरी विकास मंत्री अनिरुद्ध सिंह के विधानसभा में दिए गए एक बयान को साझा करते हुए ओवैसी ने कहा था कि हिमाचल में भाजपा की सरकार है या फिर कांग्रेस की. हिमाचल के मंत्री भाजपा की जुबान क्यों बोल रहे हैं. ओवैसी ने आगे कहा था कि हिमाचल के संजौली में बनाई जा रही मस्जिद पर कोर्ट में केस चल रहा है. कुछ लोगों ने उसे तोड़ने की मांग की है. संघियों के सम्मान में कांग्रेस मैदान में. भारत के नागरिक देश के किसी भी हिस्से में रहते हैं. आप उन्हें रोहिंग्या या बाहरी नहीं बुला सकते. यह देश विरोधी है.  

क्या बोले विक्रमादित्य सिंह

ओवैसी के इसी बयान का लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने जवाब दिया. सजौली इलाके की मस्जिद के मामले में कानून के अनुसार कार्रवाई होगी. हिमाचल प्रदेश में कानून का राज है. हमारे यहां सब कुछ कानून के अनुसार होता है. हिमाचल प्रदेश में सांप्रदायिकता के लिए कोई जगह नहीं है.  

देव भूमि है उत्तराखंड

लोक निर्माण मंत्री ने आगे कहा कि प्रदेश में बाहरी इलाकों से लोग आ रहे हैं. वे झूठी पहचान के साथ यहां रहते हैं. राज्य के लिए यह चिंता का विषय है. शिमला के स्थानीय लोग भी इससे परेशान हैं. सरकार इस ओर ध्यान दे रही है. हम चाहते हैं कि यहां आने वाले लोगों की पहचान हो. हिमाचल में कानून के मुताबिक ही काम होता है. आपको मामले को सांप्रदायिकता के नजरिए से देखने की जरुरत नहीं है. नगर निगम शिमला के आयुक्त के पास मामला लंबित है. शनिवार को मामले में सुनावई हो सकती है. हिमाचल देवभूमि है. प्रदेश देव संस्कृति के लिए मशहूर है. हिमाचल प्रदेश पहला राज्य था, जिसने धर्मांतरण के खिलाफ कानून बनाया.

Himachal Pradesh Vikramaditya Singh Aasaduddin Owaisi
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