हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव में बड़ा उलटफेर के बाद सियासी घमासान मचा है. सुखबिंदर सिंह सुक्खू के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे की पेशकश के बीच बड़ी खबर सामने आई है. मुख्यमंत्री सुक्खू ने इस्तीफे की पेशकश को खंडन किया है. सुक्खू ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि बीजेपी इस्तीफे की अफवाह फैला रही है. जो जनादेश मिला उसे पूरा करेंगे.कांग्रेस पार्टी और संगठन सर्वोपरि है. ऑपरेशन लॉटस को नाकाम करेंगे. हमें कुछ कठोर निर्णय लेने होंगे. कांग्रेस सरकार गिराना मोदी की गारंटीे है.
बता दें कि हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग के बाद सुक्खू सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. कांग्रेस आलाकमान सुखबिंदर सिंह सुक्खू से इस्तीफा मांग सकता है. राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि सुक्खू के इस्तीफे के बाद विक्रमादित्य को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है. उन्हें सीएम या डिप्टी सीएम पद देने की बात जोरों पर हैं. बताया जा रहा है कि सुक्खू के खिलाफ पार्टी के एक दो नहीं बल्कि 26 विधायकों ने मोर्चा खोल दिया था. विधायकों के विरोध और विक्रमादित्य के इस्तीफे के चलते आखिरकार सुक्खू को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा. हालांकि फिलहाल गेंद कांग्रेस आलाकमान के पाले में है.
वहीं खबरें मिल रही हैं कि कांग्रेस आलाकमान ने भी सुक्खू का इस्तीफा मंजूर कर लेगा क्योंकि कई विधायकों ने यह शर्त रखी है कि जब तक सुक्खू को सीएम पद से नहीं हटाया जाएगा तब तक वह पंचकूला से नहीं लौटेंगे. हालांकि जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो यह सभी विधायक वहां पहुंच गए. विधायकों की नाराजगी दूर करने के लिए कांग्रेस आलाकमान ने सुक्खू के इस्तीफे को मान लिया जाएगा.
Source : News Nation Bureau