हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के चलते होने वाली तबाही से बचाने के लिए 47 सड़कों को बंद कर दिया गया है. मौसम विभाग इन हालातों में अलर्ट मोड पर आ गया है, जिसके चलते शिमला, सोलन और सिरमौर में बाढ़ के खतरे की चेतावनी जारी कर दी है. बता दें कि 27 जून को राज्य में मानसून की शुरुआत के बाद से ही हिमाचल प्रदेश में 21 फीसदी कम बारिश हुई है.
राज्य में औसत 652.1 मिमी के मुकाबले 517.8 मिमी बारिश दर्ज की गई है. अधिकारियों का कहना है कि 27 जून से 6 सितंबर तक चालू मानसून सीजन के दौरान बारिश से संबंधित घटनाओं में कुल 157 लोगों की जान चली गई है और राज्य को 1,303 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.
इन जिलों में यातायात प्रभावित
स्थानीय मौसम विभाग के अनुसार रविवार तक शिमला, सोलन और सिरमौर जिलों के कुछ हिस्सों में कम से मध्यम बाढ़ के खतरे के आसार हैं. ऐसे में अलर्ट रहने की जरूरत है. केंद्र ने कहा कि मंडी में 13, कांगड़ा में 11, शिमला और कुल्लू में नौ-नौ, ऊना में दो और किन्नौर, सिरमौर और लाहौल और स्पीति जिलों में एक-एक सहित कुल 47 सड़कों पर यातायात बंद रहेगा.
कहां कितनी हुई बारिश
मालरोआं में सबसे अधिक 64 मिमी बारिश दर्ज की गई, इसके बाद पंडोह में 32.5 मिमी, बरथीन में 30.4 मिमी, अघार में 29.8 मिमी, मंडी में 28.7 मिमी, भटियात में 28.4 मिमी, जुब्बड़हट्टी में 26 मिमी, भुंतर में 25.7 मिमी, सुंदरनगर में 18.6 मिमी, पोंटा साहिब में 13.4 मिमी, धौलाकुआं में 13 मिमी बारिश हुई है. मनाली में 12 मिमी, कुफरी में 11.6 मिमी और सराहन में 11 मिमी बारिश हुई है.
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने कहा कि राज्य में अठारह बिजली और एक जल आपूर्ति योजना भी बारिश से प्रभावित हुई है.