हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश ने तबाही मचाई हुई है. मंडी, कुल्लू, चम्बा सहित प्रदेश के अधिकाशं ज़िलों में भरी बारिश हुई है. प्रिंसिपल सेक्रेटरी ओंकार शर्म के अनुसार प्रदेश में 30 से अधिक स्थानों से फ्लैश फ्लड की सूचना मिल रही है. फ्लैश फ्लड में 6 लोगों की मौत और करीब 20 लोगों के लापता होने की भी सूचना है. बरसात से प्रदेश में 1200 करोड़ से अधिक का नुकसान आंका जा रहा है. प्रधान सचिव ने आशंका जताई कि लापता लोगों की संख्या और बढ़ सकती है. भारी बारिश के कारण सम्पर्क टूट गए हैं जिससे दूर दराज के क्षेत्रों से सूचनाएं पहुंचने में कुछ देरी लग सकती है. उन्होंने कहा कि एसडीआरएफ और प्रदेश प्रशासन की टीम प्रभावित क्षेत्रों पर पहुंच गई है. अनेक स्थानों पर राहत एवं बचाव कार्य जारी है.
पिछले 24 घण्टों से भारी बारिश के कारण
प्रदेश के कई जिलों में हाहाकार मचा है. चंबा जिले में दंपती और उनके बेटे की मौत हो गई है, जबकि मंडी के सराज, गोहर और द्रंग में बादल फटने की घटनाओं नौ लोग दब गए है. प्रदेश में लगभग सभी जिलों में सड़क मार्ग पूरी तरह प्रभावित हो गया है. कांगड़ा जिले में भारी बरसात होने के कारण रेलवे चक्की पुल रात को बह गया। दरारें आने के कारण डेढ़ हफ्ता पहले रेल सेवा बंद कर दी थी। भारी बारिश को देखते हुए कांगड़ा और कुल्लू में स्कूल बंद कर दिए गए हैं. कांगड़ा जिले के शाहपुर में एक मकान गिरने से 12 साल के बच्चे की जान चली गई।
बादल फटने के बाद रात बागी से पुराने कटौला तक दर्जनों परिवारों ने अपने घर छोड़ कर सुरक्षित जगहों पर रात बिताई है। बागी नाले पर बनाया पुल भी क्षतिग्रस्त हो गया है। थुनाग बाजार में भी नाले की बाढ़ ने दर्जनों दुकानों और वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया है। थुनाग बाजार में भी भारी तबाही हुई है. बागी में बहुत सारी गाड़ियों सहित लगभग सभी दुकानों और पुराना कटौला गुज्जर बस्ती में घरों, गौशालाओं, घराटों, गाड़ियों व फसलों को नुकसान पहुंचा है। सबसे बड़ी दुर्घटना के तहत संदोआ, पुराना कटौला के स्तार मोहम्मद पुत्र स्वर्गीय लाल हुसैन का पूरा परिवार बाढ़ की चपेट में आने से 5 लोग लापता हैं, जबकि एक बच्ची का शव घर से लगभग आधा किलोमीटर नीचे बरामद हुआ.
उधर बागी कटौला के साथ ही मंडी जिला रात भर हुई भारी बारिश से पूरे जिला भर में व्यापक नुकसान हुआ है। बल्ह घाटी जलमग्न हो चुकी है और सुकेती खड्ड पूरे उफान पर होने के कारण भारी नुकसान की आशंका है। जिला के तीनों एनएच और दर्जनों सड़कें जगह-जगह भूस्खलन से बंद हैं।
मंडी-बजौरा वाया कटौला मार्ग में कमांद के पास पहाड़ी से भारी भूस्खलन से प्रशासन ने मार्ग में यातायात आवाजाही पर रोक लगा दी है. मंडी-पठानकोट NH जगह जगह पर भूस्खलन से बंद हो गया है। सैकड़ों यात्री भूखे प्यासे जाम में फंसे हैं। कोटरोपी के पास पहाड़ी दरकने से NH की सड़क का नामोनिशां मिट गया है। कोटरोपी में इस बार जोगेंद्रनगर की तरफ को नाले के ऊपर की पहाड़ी ने कहर मचाया है। यहां स्थानीय ग्रामीणों की उपजाऊ जमीन और दर्जनों पेड़ मलबे में समा गए हैं. मंडी जिला के गोहर विकास खंड में काशण में भयंकर भूस्खलन से पंचायत प्रधान खेम सिंह का घर जमींदोज़ हो गया है. जिसमें परिवार के आठ लोग दबे होने की आशंका है
Source : News Nation Bureau