किन्नौर जिला में सोमवार शाम को पूह खंड के तहत शलखर गांव में बादल फटने से बाढ़ आने पर भारी तबाही मची है. हालांकि इस बाढ़ से किसी तरह का जानी नुकसान नहीं हुआ है परन्तु बादल फटने से आई बाढ़ के कारण जल शक्ति विभाग के 4 सिंचाई कूहल सहित दो लोकल कूहल भी क्षतिग्रस्त हुए हैं. तो वहीं गांव के बस स्टैंड में बाढ़ आने से कुछ वाहन भी मलबे की चपेट में आ गए हैं. वहीं बादल फटने से बाढ़ का पानी आने से ग्रामीणों की छतों से पानी लीक होकर घरों में घुसने से लोग परेशान है। तो कुछ स्थानीय लोगो के राशन व बिस्तर भी पानी से लवालव हो गए हैं।
शलखर प्रधान सुमन लता से मिली जानकारी के अनुसार शलखर गांव के साथ लगते राष्ट्रीय राजमार्ग 5 के समीप खोतांग में बसे शलखर के ही कुछ लोगों को अपना नया घर छोड़ कर वापिस पुराने गांव जाना पड़ा है। बादल फटने से 5-6 नालों में एक साथ बाढ़ आने से एनएच पर ग्रेफ के कैम्प भी पूरी तरह मलबा भर गया है । अंधेरा होने के वजह से बारिश के साथ ओलावृष्टि होने से सेब के बगीचों को हुए नुकसान का फिलहाल कोई जानकारी नही मिल पाई है । इसके अतिरिक्त साथ ही लगते चांगो गांव में भी जोरदार बारिश होने से नाले में जलस्तर बढ़ने से कारण गांव का एक पूल भी टूट गया है तथा एन एच भी जगह जगह से अवरुद्ध हो गया है ।
बता दें कि चागो व शलखर नाले मे अभी भी बाढ़ क़ा काला पानी चला हुआ है और नाले के आसपास भूमि कटाव जारी है प्रशासन की ओर से मौक़े पर पुलिस होमगार्ड,आईटीबीपी के जवान रेस्कीयू ऑपरेशन मे जुटे हुए है और दोनों ग्रामीण क्षेत्रों मे बाढ़ से हुए नुकसान क़ा आंकलन करने के साथ मशीनों की सहायता से सड़क व मकानों से मलवा हटाया जा रहा है .. वहीं प्रशासन ने फिलहाल स्पीति की ओर जाने वाले पर्यटको व अन्य यात्रियों को आवाजाहही से सख्त मनाही की है क्योंकि चांगो समीप नेशनल हाइवे भी अवरुद्ध हुआ है.
Source : PANKAJ KUMAR JASROTIA