हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के बाद अब मंडी में भी विरोध प्रदर्शन देखने को मिला है. यहां शुक्रवार को सकोडी पुल जेल रोड के पास अवैध मस्जिद के विरोध में बवाल खड़ा हो गया. हिंद संगठन इक्ट्ठे होकर सड़कों पर उतर आए और जमकर प्रदर्शन करने लगे. इस बीच प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की शुरू हो गई और माहौल तनावपूर्ण हो गया.
हजारों की संख्या में मौजूद प्रदर्शनकारी अपनी मांगों पर अड़े हुए थे तथा मौके से हटने का नाम नहीं ले रहे थे, जिसके चलते भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को प्रदर्शनकारियों पर वाटर कैनन का इस्तेमाल करना पड़ा.
#WATCH | Mandi, Himachal Pradesh | Police use water cannon to disperse protestors as some Hindu organisations gather at Jail Road to protest against 'illegal' portion of a mosque there pic.twitter.com/gZVtQRDZgy
— ANI (@ANI) September 13, 2024
हालांकि, इसके बाद जैसे ही थोड़ी स्थिति संभली तो डीसी मंडी अपूर्व देवगन प्रदर्शनकारियों के बीच पहुंच गए तथा उनसे बातचीत कर माहौल काे शांत करने की कोशिश की गई.
कैसे उग्र हुआ प्रदर्शन
बता दें कि हिंदू संगठनों ने सेरी मंच से शांतिपूर्ण धरना-प्रदर्शन शुरू किया था. मंच पर लोगों की ओर से जमकर नारेबाजी हुई. इसके बाद हिंदू संगठनों ने सेरी मंच से नारेबाजी करते हुए चौहाटा बाजार की तरफ रैली निकाली, लेकिन स्कूल बाजार से जेलरोड की तरफ जाते ही प्रदर्शन उग्र हो गया.
बेकाबू प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया. वहीं दूसरी ओर, भगदड़ में बहुत से लोगों की तबीयत बिगड़ गई. कई प्रदर्शनकारी पानी की बौछारों के लगने से माैके से हट गए, जबकि एक युवती की तबीयत बिगड़ गई, जिसे इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है.
क्या है पूरा विवाद
दरअसल, नगर निगम मंडी के तहत पैलेस कॉलोनी-1 में जेल रोड के पास मस्जिद में कथित अवैध निर्माण को लेकर विवाद उपजा था. हालांकि, बाद में मुस्लिम वेलफेयर कम्युनिटी ने खुद निर्माण हटाना शुरू कर दिया. गुरुवार को आयुक्त कोर्ट में मामले की सुनवाई शुरू होने से 20 घंटे पहले समुदाय ने निर्माण गिराना शुरू हो गया था.
मुस्लिम वेलफेयर कम्यूनिटी के प्रधान रहीम अहमद और सदस्य इकबाल अली ने बताया कि लोनिवि की निशानदेही के बाद अवैध निर्माण को ध्वस्त किया जा रहा है. सुबह निर्माण हटाने के लिए बोला गया था. मस्जिद अपनी मलकियत पांच बिस्वा जमीन पर खड़ी है. 33 वर्ग मीटर अवैध हिस्सा निकला है जिसे हटाया जा रहा है. अक्तूबर 2023 में निगम में नक्शे के लिए अप्लाई किया था. तब पीडब्ल्यूडी की एनओसी के बारे में किसी ने अवगत नहीं करवाया था. अब निगम कार्यालय में मस्जिद में अवैध निर्माण हटाने को लेकर पत्र सौंपा गया है.