Himachal Pradesh Latest News: हिमाचल प्रदेश में मानसून की शुरुआत के साथ ही बारिश का कहर जारी है. अगस्त महीने में सामान्य से करीब 20 फीसदी अधिक बारिश दर्ज की गई है. लगातार हो रही भारी बारिश से प्रदेश का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. राज्य में 132 सड़कें बंद हैं, जिनमें शिमला जिला सबसे अधिक प्रभावित है, जहां 72 सड़कें अवरुद्ध हैं.
प्रशासन ने जारी की चेतावनी और एहतियात
आपको बता दें कि स्थानीय प्रशासन और राज्य सरकार ने लोगों से सतर्कता बरतने और समय-समय पर जारी होने वाली एडवाइजरी का पालन करने की अपील की है. शिमला जिले के रामपुर स्थित तकलेच में शुक्रवार शाम को बादल फटने की घटना हुई, जिससे सड़क बह गई. सौभाग्य से इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है, लेकिन इलाके में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है.
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तकलेच में बादल फटने से तबाही
वहीं तकलेच में शाम करीब सात बजे बादल फटने से स्थानीय लोग घबरा गए और घरों से बाहर निकलकर अपनी जान बचाने के लिए भागे. इस घटना के बाद क्षेत्र में मोबाइल सिग्नल, बिजली और पानी की आपूर्ति ठप हो गई. इसके अलावा राज्य के अन्य जिलों में भी बारिश का असर देखा जा रहा है. चंबा में दो, हमीरपुर में एक, कांगड़ा में नौ, किन्नौर में चार, कुल्लू में आठ, लाहौल-स्पीति में एक, मंडी में तीन, सिरमौर में तीन और ऊना में एक सड़क बंद हो गई है.
मंडी और कुल्लू में बिजली सेवा सबसे ज्यादा प्रभावित
बता दें कि बिजली सेवाओं की बात करें तो मंडी और कुल्लू जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं. कुल्लू में 309 और मंडी में 351 स्थानों पर बिजली सेवा बाधित है. इसके अलावा, हमीरपुर में 212, शिमला में 68, ऊना में 290 और कांगड़ा में दो स्थानों पर बिजली आपूर्ति ठप हो गई है. कुल मिलाकर, राज्य के 1,235 स्थानों पर बिजली व्यवस्था पूरी तरह से ठप है.
शिमला में जल आपूर्ति भी बाधित
साथ ही शिमला जिले में जल सेवा भी प्रभावित हुई है. जिले में 10 स्थानों पर जल आपूर्ति रुक गई है, जिसमें ठियोग में चार और कुमारसेन के छह स्थान शामिल हैं. स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे सावधानी बरतें और घर से बाहर निकलने से पहले मौसम की स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त करें.
स्थिति सामान्य करने के प्रयास
इसके अलावा आपको बता दें कि राज्य सरकार और प्रशासन स्थिति को सामान्य करने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं. सड़कों को खोलने और बिजली-जल सेवाओं को बहाल करने के लिए कर्मचारी तैनात किए गए हैं. उम्मीद है कि जल्द ही हालात पर काबू पाया जाएगा और जनजीवन पटरी पर लौटेगा.