Himachal Weather Update Today: लाहौल घाटी के जोबरंग गांव के ऊपर स्थित फांडी नाला की पहाड़ी से रात को अचानक आई बाढ़ से हड़कंप मच गया. हालांकि, बाढ़ से अभी तक किसी जान-माल की हानि नहीं हुई है, लेकिन नाले का रुख गांव की ओर होने से ग्रामीण चिंतित हैं. 24 घरों वाले इस गांव के निवासी अब अपनी सुरक्षा के लिए क्रेटवाल लगाने की मांग कर रहे हैं. जोबरंग पंचायत के पूर्व प्रधान सोम देव ने बताया कि रात करीब 10 बजे फांडी नाला में अचानक आई बाढ़ से गांव में डर का माहौल है. ग्रामीण घरों से बाहर निकलकर टॉर्च की मदद से सुरक्षित स्थानों पर चले गए और प्रशासन को घटना की सूचना दी.
मौसम पूर्वानुमान और भारी बारिश का अलर्ट
आपको बता दें कि सोमवार सुबह 11 बजे के बाद शिमला और आसपास के क्षेत्रों में बारिश शुरू हो गई. मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने राज्य के कुछ हिस्सों में 9 अगस्त तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. राज्य में 11 अगस्त तक मौसम खराब रहने की संभावना है. 7 अगस्त को ऊना, कांगड़ा और सिरमौर जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है, जबकि बिलासपुर, हमीरपुर, मंडी, शिमला और सोलन जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है. रविवार रात को हमीरपुर में 67.0, अघार में 44.0, जोगिंद्रनगर में 42.0, नादौन में 38.0, देहरा गोपीपुर में 32.3, पालमपुर में 28.0, धौलाकुआं में 27.5 और नाहन में 25.7 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई.
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बंगाणा में भारी बारिश से नदी-नाले उफान पर
वहीं बंगाणा उपमंडल क्षेत्र में सोमवार सुबह भारी बारिश के कारण छोटे-छोटे नालों में पानी का तेज बहाव देखने को मिला. इस बारिश से मक्का, चरी, बाजरा और तिलहन जैसी फसलों को नुकसान पहुंचा. खरयालता, डीहर और धनेत पंचायत के कुछ गांवों में मक्के की फसलें खेतों में गिर गईं और कई स्थानों पर खेत तालाब बन गए. लुणखर खड्ड का जलस्तर भी अचानक बढ़ गया। प्रशासन ने अभिभावकों से अनुरोध किया है कि वे अपने बच्चों को नदी-नालों और खड्डों के पास न जाने दें.
ब्यास नदी में बढ़ता जलस्तर
आपको बता दें कि एसडीएम मंडी ओम कांत ठाकुर ने बताया कि ब्यास नदी में सिल्ट की मात्रा बढ़ने के कारण लारजी पावर हाउस की मशीनें बंद कर दी गई हैं. इस कारण लारजी डैम से 100 क्यूमेक्स अतिरिक्त पानी छोड़ा जाएगा. आवश्यकता पड़ने पर बाद में भी अतिरिक्त पानी छोड़ा जा सकता है. पानी छोड़ने से ब्यास नदी के निचले इलाकों में जलस्तर बढ़ जाएगा. एसडीएम ने ब्यास नदी के किनारे रहने वाले लोगों से अपील की है कि वे अपनी सुरक्षा के लिए नदी के किनारे न जाएं. हूटर बजाकर और ध्वनि प्रसार यंत्रों के माध्यम से चेतावनी दी जा रही है.
बारिश से जनजीवन प्रभावित
इसके अलावा आपको बता दें कि बीते दिनों आई बारिश से हिमाचल प्रदेश के तीन जिलों - शिमला, कुल्लू और मंडी - में बादल फटने की घटनाओं के बाद बाढ़ में मरने वालों की संख्या बढ़कर 11 हो गई है, जबकि 40 लोग अभी भी लापता हैं. लापता लोगों की खोज में खोजी कुत्तों, ड्रोन और लाइव डिटेक्टर का उपयोग किया जा रहा है, लेकिन अभी तक समेज गांव से लापता लोगों का पता नहीं चल सका है.
न्यूनतम तापमान
शिमला में न्यूनतम तापमान 17.5 डिग्री सेल्सियस, सुंदरनगर 22.6, भुंतर 21.6, कल्पा 16.2, धर्मशाला 20.5, ऊना 24.2, नाहन 25.1, केलांग 13.5, पालमपुर 19.5, सोलन 21.5, मनाली 18.2, कांगड़ा 23.0, मंडी 24.1, बिलासपुर 25.1, हमीरपुर 25.1, चंबा 22.6, डलहौजी 18.1, कुफरी 16.1, नारकंडा 14.4, रिकांगपिओ 19.3, कसौली 19.6, धौलाकुआं 25.6, कसौली 19.6, पांवटा साहिब 26.0, देहरा गोपीपुर 26.0, नेरी 24.4 और सैंज में 19.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.