हिमाचल प्रदेश के 68 विधानसभा सीटों के लिए गुरुवार को हुए मतदान में बंपर वोटिंग देखने को मिली। चुनाव आयोग के अनुसार प्रदेश में 74 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ और यह आंकड़े बढ़ने के आसार हैं। वोटों की गिनती 18 दिसंबर को की जाएगी।
सबसे ज्यादा रिकॉर्ड वोटिंग दून में करीब 84 फीसदी हुई। वहीं, कोटखाई में 81 प्रतिशत मतदान हुआ। प्रदेश में मतदान खत्म होने के साथ ही 337 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम मशीन में बंद हो गई। राज्य में इस बार वोटिंग के लिए 7,525 मतदान केंद्र बनाए गए थे।
हिमाचल प्रदेश के इस विधानसभा चुनाव में 337 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे थे जिसमें 19 महिलाएं भी शामिल हैं। इनमें 112 निर्दलीय उम्मीदवार हैं। हिमाचल प्रदेश के इस विधानसभा चुनाव की खास बात ये रही कि इस बार सभी मतदान केंद्रों पर मतदाता सत्यापन कागज ऑडिट ट्रेल (वीवीपीएटी) के जरिए वोटिंग हुई।
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बता दें कि यूपी चुनाव में विपक्षी पार्टियों ने ईवीएम से छेड़छाड़ के आरोप लगाए थे जिसके बाद चुनाव आयोग ने ये फैसला लिया।
कांग्रेस और बीजेपी के बीच अहम मुकाबला
इस पहाड़ी राज्य में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच माना जा रहा है। कांग्रेस और बीजेपी ने राज्य के सभी 68 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। जबकि, बहुजन समाज पार्टी ने 42 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए थे।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) 14 सीटों पर, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) तीन, समाजवादी पार्टी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) दो-दो सीटों पर चुनाव लड़ रहे थे।
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वीरभद्र सिंह ने शिमला में डाला वोट
कांग्रेस ने निवर्तमान मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को मुख्यमंत्री के उम्मीदवार के तौर पर खड़ा किया है जबकि भाजपा की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल मैदान में हैं। वीरभद्र सिंह और धूमल दोनों ने ही अपने गृहनगरों रामपुर और समीरपुर में परिवार के सदस्यों के साथ वोट डाले।
सीएम वीरभद्र सिंह ने सुबह करीब 10 बजे वोट डाला। साथ ही वीरभद्र ने दावा किया कि कांग्रेस पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने में कामयाब होगी।
हिमाचल चुनाव में बीजेपी के सीएम उम्मीदवार प्रेम कुमार धूमल ने वोट डालने के बाद कहा, 'पहले हम लोग उम्मीद कर रहे थे कि बीजेपी को 50 सीट मिलेगी लेकिन लोगों के समर्थन को देखकर लग रहा है कि हमें 60 सीटें मिलेगी।'
हर साल बदलती है सरकार
पिछले पांच विधानसभा चुनावों के आंकड़ों को देखने के बाद हिमाचल प्रदेश के सियासी समीकरण की रोचक जानकारी मिलती है। राज्य में अभी तक हर चुनाव में सरकारों के बदल जाने की परंपरा रही है।
यह ट्रेंड 90 के दशक से हिमाचल प्रदेश के चुनावों में जारी रहा है।
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HIGHLIGHTS
- हिमाचल प्रदेश में जबर्दस्त वोटिंग, दून में सबसे ज्यादा 81 फीसदी मतदान
- राज्य में 337 उम्मीदवार आजमा रहे हैं अपनी किस्मत, 18 दिसंबर को होगी गिनती
- सभी 7,525 मतदान केंद्रों पर वीवीपीएटी का हुआ इस्तेमाल
Source : News Nation Bureau