जम्मू पुलिस ने रविवार को जम्मू के बाहरी इलाके में एक मंदिर में तोड़फोड़ करने वाले आरोपी को घटना के कुछ घंटों के भीतर ही गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के मुताबिक, मंदिर में तोड़फोड़ और आगजनी के लिए जिम्मेदार युवक का दावा है कि, उसने मंदिर में समुदाय के कुछ सदस्यों द्वारा किए जा रहे काले जादू से परेशान होकर शनिवार रात को यह कृत्य किया. जम्मू (ग्रामीण) के पुलिस अधीक्षक ब्रिजेश शर्मा ने यहां संवाददाताओं को बताया कि, स्थानीय निवासी अर्जुन शर्मा ने मजिस्ट्रेट के सामने अपनी संलिप्तता कबूल कर ली और घटना के कुछ ही घंटों के भीतर मामले को सुलझा लिया.
SP ने मामले की ज्यादा जानकारी देते हुए बताया कि, अपराधी की समय पर गिरफ्तारी से इस मुद्दे पर संभावित भड़कने से बचा जा सका है.
गौरतलब है कि, जम्मू क्षेत्र में पिछले सप्ताह किसी पूजा स्थल पर तोड़फोड़ की यह दूसरी घटना थी. इससे पहले, 30 जून को रियासी जिले के एक गांव में एक पूजा स्थल में तोड़फोड़ की गई थी, पुलिस ने पूछताछ के लिए 43 संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया था.
दर्ज किया मामला
एसपी शर्मा ने कहा कि, शनिवार देर रात नारायण खू इलाके में मंदिर में अज्ञात व्यक्तियों द्वारा कुछ मूर्तियों को अपवित्र करने और मटकों में आग लगाने की शिकायत मिलने के बाद नगरोटा पुलिस स्टेशन में कानून की संबंधित धाराओं के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी.
अधिकारी ने कहा कि, फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) और अपराध शाखा की टीम के साथ एक पुलिस दल खोजी कुत्तों के साथ घटनास्थल पर पहुंचा और जांच और इलाके के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर चार संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया.
एसपी ने बताया कि अरुण शर्मा ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है. एसपी ने कहा कि, आरोपी ने घटना को अकेले अंजाम दिया है. उनके मुताबिक, अपराधी की समय पर गिरफ्तारी से स्थिति में एक निश्चित भड़क उठने से बच गई. हम लोगों की सकारात्मक भूमिका और पुलिस को जांच करने की अनुमति देने में शांति बनाए रखने के लिए उनके आभारी हैं.
Source : News Nation Bureau