जम्मू कश्मीर में पाकिस्तान लंबे समय से नार्को टेरर का जाल बिछाने की कोशिशों में लगा है। लेकिन जम्मू कश्मीर पुलिस की एंटी नारकोटिक टास्क फोर्स लगातार पाकिस्तान और पाकिस्तान में बैठे आतंकियों के मंसूबों पर पानी फेर रही है। केवल इस साल जुलाई तक की बात करे तो अब तक 1634 ड्रग डीलर और सप्लायर को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है जिनमें ज्यादातर लोग कश्मीर घाटी के है। एंटी नारकोटिक टास्क फोर्स ने इस साल पूरे प्रदेश से करोड़ों रुपए की अलग अलग ड्रग पकड़ने में सफलता हासिल की है। अलग अलग ड्रग में 173 किलो से ज्यादा सिर्फ हीरोइंग पकड़ी गई है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ड्रग सप्लाई का पूरा खेल पाकिस्तान में बैठे स्मगलरों और आतंकी संगठनों की सांठ गांठ से अफगानिस्तान वाया पाकिस्तान चलाया जा रहा है। आतंकी संगठन लश्कर ,जैश और हिजबुल मुजाहिद्दीन संगठनों के नाम NIA द्वारा नार्को टेरर के मामले में फाइल की गई कई चार्ज शीट में सामने भी आ चुके है। ड्रग का इस्तेमाल से आतंकी संगठन अपने लिए पैसा तो जुटा ही रहे है लेकिन साथ ही इस ड्रग को कश्मीर में युवाओं के बीच भी फैला रहे है ताकि अपने आतंकी मंसूबों को इन युवाओं के जरिए अंजाम दे सके।
जम्मू कश्मीर पुलिस और दूसरी सुरक्षा एजेंसियां पाकिस्तान की इस चाल को भली भांति समझ रही है। ये ही कारण है की बड़ी तादाद में पुलिस ने पिछले 2 सालो में भारी मात्रा में ड्रग डीलर को गिरफ्तार करने में भी काम याबी हासिल की है। ड्रग पर नकेल कसने के लिए जम्मू कश्मीर की एंटी नारकोटिक टास्क फोर्स 100 के आसपास ड्रग डीलर पर PSA लगा चुकी है। पुलिस ने इन ड्रग डीलर के फाइनेंशियल एसेट के साथ इनके बैंक अकाउंट को भी सील किया है। साउथ कश्मीर में ड्रग की कल्टीवेशन कर रहे लोगो को भी गिरफ्तार किया जा रहा है। सूत्रों का ये भी कहना है की इस समय उनके सामने सबसे बड़ा चैलेंज ड्रग की एवज में Bit Coin और दूसरे ऑनलाइन प्लेटफार्म के जरिए किया जा रहा ट्रांजेक्शन है । जिसपर लागतार पुलिस काम कर रही है।
Source : Shahnwaz Khan