Jammu Kashmir : जम्मू पुलिस ने जम्मू बस स्टैंड से दो संदिग्ध बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया है, जो आतंकवाद की नई चाल की ओर इशारा कर रहे हैं. ये दोनों बांग्लादेश के संगठन हिफाजत-ए-इस्लाम से तालुक रखते हैं, जिसे बांग्लादेश की सरकार ने बैन कर रखा है. सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, ये दोनों बांग्लादेशी पूरी तरह से रेडिकलाइज है और ये कश्मीर पहुंच कर बॉर्डर के रास्ते पहले पाकिस्तान और फिर अफगानिस्तान जाने की बात कह रहे हैं. फिलहाल, सुरक्षा एजेंसियां उनकी इस बात पर यकीन नहीं कर रही हैं और इस बात को लेकर जांच कर रही है कि आखिर उनका कश्मीर आने का क्या मकसद है?
पुलिस सूत्रों से इन दोनों संदिग्धों के जम्मू पहुंचाने को लेकर कई चौंकाने वाली जानकारियां सामने आई हैं. पुलिस ने इन दोनों से दो फेक भारतीय इलेक्शन कार्ड बरामद किए हैं. इलेक्शन कार्ड के मुताबिक, एक का नाम नजमुल हक और दूसरे के नाम मुन्नवर हुसैन अखंड है, लेकिन पुलिस का कहना है कि ये लोग पुलिस को अपने अलग-अलग नाम बता रहे हैं. पुलिस के मुताबिक, बांग्लादेश के प्रतिबंधित संगठन हिफाजत-ए-इस्लाम से तालुक रखने वाले ये दोनों पहले बांग्लादेश से बंगाल के सिलीगुड़ी पहुंचे, जहां इन्होंने ये फेक आईडी बनवाए. उसके बाद ये ट्रेन के जरिए पहले दिल्ली आए और फिर ये दोनों वहां से अजमेर भी गए, जहां इनकी किसी हैंडलर से मुलाकात भी हुई. इसके बाद ये दिल्ली वापस आए और जम्मू पहुंचे. जम्मू बस स्टैंड से ये दोनों बांग्लादेशी कश्मीर के लिए जाने वाले थे, उससे पहले ही पुलिस ने शक के आधार पर दोनों को हिरासत में ले लिया. पूछताछ में मिली कुछ अहम जानकारियों के बाद पुलिस ने इन्हें फॉरेन एक्ट के तहत रिमांड में ले लिया.
इन दोनों ने पुलिस को जो जानकारियां दी हैं, उसके मुताबिक ये दोनों बांग्लादेशी जिहाद करने की बात कर रहे हैं. इनके फोन से कई उकसाने वाले वीडियो भी पुलिस को मिले हैं. सूत्रों के मुताबिक, ये बॉर्डर के रास्ते पाकिस्तान और फिर अफगानिस्तान जाने की बात कर रहे हैं. इनके द्वारा दी गई इस जानकारी के बाद अब NIA के साथ दूसरी एजेंसियां भी इन दोनों से पूछताछ कर रही हैं. सुरक्षा एजेंसियां पहले इन लोगों से ये जानकारी जुटा रही हैं कि इन्हें बांग्लादेश से जम्मू तक पहुंचाने में किन लोगों ने मदद की है.
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इसके साथ ही सुरक्षा एजेंसियां ये जानने की कोशिश कर रही हैं कि कहीं अब पाकिस्तान एजेंसी आईएसआई किसी दूसरे रूट का इस्तेमाल करके कश्मीर में घुसपैठ की कोशिश तो नहीं कर रही है, क्योंकि इस समय भारतीय सेना पाकिस्तान की तरफ से बॉर्डर के रास्ते होने वाली सारी घुसपैठ को विफल कर रही है. इन दोनों की गिरफ्तारी ने जम्मू कश्मीर पुलिस और दूसरी सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े कर दिए हैं और इस पूरे मामले में मिल रही लीड्स पर पुलिस काम कर रही है.